यूपी की योगी सरकार राशन तोलने वाले कांटे को ई-पॉश मशीन से करने जा रही लिंक

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उत्तर में बांटे जा रहे फ्री राशन को लेकर कोटेदारों की जो शिकायतें हो रहीं थीं। सरकार ने उसका हल निकाल लिया है। कोटेदार अब राशन देने में घटतौली नहीं कर पाएंगे। दुकानों पर आने वाले सभी कार्ड धारकों को अब पूरा राशन देना होगा। दरअसल सरकार कोटेदारों के राशन तोलने वाले कांटे को ई-पॉश मशीन से लिंक करने जा रही है। दोनों के लिंक होने के बाद जब तक कांटे से पूरा राशन नहीं तुलेगा। राशनकार्ड धारक का अंगूठा अप्रूव नहीं होगा। जल्द ही जनपद की समस्त राशन की दुकानों पर ई-पॉश मशीन व तोल मशीनों को लिंक करने का काम पूरा हो जाएगा। राशन कोटेदारों की सबसे बड़ी शिकायत कम राशन देने की पूर्ति विभाग को मिलती हैं। यह शिकायत दशकों से चल रही है। कोरोना काल में मुफ्त राशन मिलना शुरू हुआ तो कोटेदारों ने घटतौली बढ़ा दी। घटतौली की शिकायतें बढ़ीं तो सरकार ने पहले ई-पॉश मशीन लांच की। इससे यह फायदा हुआ कि फर्जी राशनकार्ड खत्म हो गए। जल्द ही जनपद की समस्त राशन की दुकानों पर ई-पॉश मशीन व तोल मशीनों को लिंक करने का काम पूरा हो जाएगा। राशन कोटेदारों की सबसे बड़ी शिकायत कम राशन देने की पूर्ति विभाग को मिलती हैं। यह शिकायत दशकों से चल रही है। कोरोना काल में मुफ्त राशन मिलना शुरू हुआ तो कोटेदारों ने घटतौली बढ़ा दी। घटतौली की शिकायतें बढ़ीं तो सरकार ने पहले ई-पॉश मशीन लांच की। इससे यह फायदा हुआ कि फर्जी राशनकार्ड खत्म हो गए।

मालूम हो कि राशन तोलने वाले कांटे को ई-पॉश मशीन से लिंक करने का उत्तर प्रदेश के अधिकांश जिलों के राशन विक्रेता विरोध कर रहे हैं और इसको लेकर आंदोलन कर चुके हैं। बावजूद इसके, प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार रूकने को तैयार नहीं है क्योंकि प्रदेश भर से इस तरह की शिकायतें हैं कि राशन विक्रेता कार्डधारक को एक किलो चावल और गेंहू कम देने के साथ ही घटतौली भी करते हैं।

जल्द ही जनपद की समस्त राशन की दुकानों पर ई-पॉश मशीन व तोल मशीनों को लिंक करने का काम पूरा हो जाएगा। राशन कोटेदारों की सबसे बड़ी शिकायत कम राशन देने की पूर्ति विभाग को मिलती हैं। यह शिकायत दशकों से चल रही है। कोरोना काल में मुफ्त राशन मिलना शुरू हुआ तो कोटेदारों ने घटतौली बढ़ा दी। घटतौली की शिकायतें बढ़ीं तो सरकार ने पहले ई-पॉश मशीन लांच की। इससे यह फायदा हुआ कि फर्जी राशनकार्ड खत्म हो गए।

फरवरी महीने से निःशुल्क मिलने वाले चावल और गेहूं की मात्रा को कम की और बाजरे को शामिल किया है

यूपी खाद्य विभाग की ओर से इससे संबंधित आदेश को जारी कर दिया है. नए आदेश के तहत फरवरी महीने से निःशुल्क मिलने वाले राशन से चावल और गेहूं की मात्रा को कम करते हुए उसमें बाजरे को शामिल किया गया है. अभी तक लाभार्थियों को हर महीने 35 किलोग्राम राशन में 14 किलोग्राम गेहूं और 21 किलोग्राम चावल निशुल्क दिया जाता है. लेकिन नए आदेश के बाद फरवरी से 14 किलोग्राम गेहूं, 10 किलोग्राम बाजरा और 11 किलोग्राम चावल दिया जाएगा. खाद्य विभाग ने जारी किया आदेशइसे लेकर अपर आयुक्त जीपी राय ने सभी जिला पूर्ति अधिकारियों को आदेश जारी कर दिया है. इस आदेश में कहा गया है कि भारत सरकार के ख़रीफ विपणन साल 2023-24 में मूल्य समर्थन योजना अंतर्गत 50,000 मी. टन मक्का, 30,000 मी टन ज्वार और 50,000 मी टन बाजरा टीपीडीएस और वेलफेयर योजना के तहत खरीदने की अनुमति दी गई है. जिसके अंतर्गत एनएफएसए योजना में जनवरी माह के आवंटन में 25,000 मी टन चावल कम करते हुए 25,000 मी टन बाजरा वितरण की अनुमति दी गई है.

नई व्यवस्था के तहत एनएफएसए में लाभार्थियों को अब तक दिए जाने वाले 35 किलो मुफ़्त राशन में से 14 किलो गेंहू और 21 चावल दिया जाता था, लेकिन अब गेहूं, चावल के साथ बाजरा भी दिया जाएगा, नई निर्देश के मुताबिक अब राशन कार्ड धारकों को 14 किग्रा गेहूं, 10 किग्रा बाजरा और 11 किग्रा चावल दिया जाएगा. फरवरी से ही इसकी शुरुआत हो जाएगी, ताकि जून से पहले उपरोक्त ख़रीदी गई बाजरा का वितरण किया जाए सके.

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