पउप्र को अलग राज्य बनाने की मांग को लेकर कई बार संघर्ष किया था चौ. अजीत सिंह ने: RLD

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लव इंडिया, मुरादाबाद। राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद चौधरी जयंत सिंह के निर्देशानुसार किसानों के मसीहा एवं पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री स्वर्गीय चौधरी अजीत सिंह की जयंती के उपलक्ष में समरसता अभियान के अंतर्गत जिलाध्यक्ष अजीत सिंह एडवोकेट के नेतृत्व में ग्राम भीकनपुर, चंगेरी की मड़ैया, फलैदा एवं मल्लपुर में विचार गोष्ठियों का आयोजन किया गया।

इसमें स्वर्गीय चौधरी अजीत सिंह की स्मृति पर पुष्प अर्पित कर चौधरी साहब द्वारा किए गए कार्य को याद किया गया। जिलाध्यक्ष अजीत सिंह एडवोकेट ने बताया कि रालोद मुखिया चौधरी अजीत सिंह को किसान-मजूदरों के हक की बुलंद आवाज के रूप में पहचाना जाता था। कहा- उन्होंने किसानों के लिए काफी संघर्ष किया। सत्ता में भागीदारी मिली तो किसानों के हक में नीतियां और कानून बनवाए।पश्चिमी उत्तर प्रदेश में उन्होंने किसान राजनीति को नई दिशा दी। वह कौमी एकता और हिंदू-मुस्लिम भाईचारे के पैरोकार रहे। उनके निधन से किसान-मजदूरों के हक की बुलंद आवाज खामोश हो गई।

अजीत सिंह हमेशा छोटे राज्यों के पक्षधर रहे। पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाने की मांग को लेकर भी उन्होंने कई बार आंदोलन किए। उनका कई दशकों का राजनीतिक जीवन बेदाग रहा। राजनीति के क्षेत्र में ईमानदारी से काम करते हुए उन्होंने अलग पहचान बनाई।1989 में वह वीपी सिंह की सरकार में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री बने। उन्होंने 44 चीनी मिलों की स्थापना कराई।

इस अभियान में मुख्य रूप से रालोद जिलाध्यक्ष अजीत सिंह एडवोकेट, प्रदीप सिंह, गुरमीत सिंह चीमा, दीपक रंधावा, अजीत सिंह मुंडाला, अनुज कुमार, संजीव सिंह चड्ढा, जितेंद्र कुमार आदि एवं किसान भाई मौजूद रहे।

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