अखंड भारत के विभाजन की विभीषिका देखकर स्कूली बच्चों अभिभावकों और गणमान्यों की भर आई आंखें
उमेश लव, मुरादाबाद। आजादी से पहले अखंड भारत को विभाजन की विभीषिका देखनी पड़ी थी क्योंकि भारत को आजादी देने के साथ-साथ अंग्रेजों ने विभाजित कर दिया था जिसे आज हम पाकिस्तान के रूप में जानते हैं उस दौर में देश के विभाजन की विभीषिका क्या थी इसी मुद्दे को लेकर 12 अगस्त को केंद्रीय विद्यालय मुरादाबाद में विभाजन की विभीषिका स्मृति दिवस के तहत भव्य प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
इसमें चित्रों के माध्यम से देश के विभाजन को रेखांकित किया गया था जबकि डिजिटल माध्यम में विभाजन की विभीषिका का ऐसा स्वरूप स्कूली बच्चे अभिभावक और गणमान्य नागरिकों को दिखाया जिसे देखकर ऐसा लगा कि हमारे बुजुर्ग किस हाल में रहे और उन्होंने विभीषिका को स्वीकार किया। प्रधानाचार्य बृजेश कुमार के निर्देशन में आयोजित विभाजन की विभीषिका स्मृति दिवस प्रदर्शनी का उद्घाटन डॉक्टर कोमल जुगलान ने किया। इस दौरान विद्यार्थियों ने देश भक्ति प्रस्तुत करके सभी को जागरूक किया।
इसके बाद विभाजन की त्रासदी और विभाजन के चलते पीड़ित लोगों के दर्द को प्रदर्शनी के माध्यम से दिखाया गया लेकिन जब डिजिटल माध्यम से विभाजन की विभीषिका को दिखाया गया तो हर आंख नम हो गई। अंत में राष्ट्रगान के साथ प्रदर्शनी का समापन हुआ इस दौरान पूरे कार्यक्रम का संचालन सामाजिक विज्ञान की शिक्षिका नेहा यादव ने किया।