NGO की आड़ में बिना रजिस्ट्रेशन के चला रहा है अस्पताल

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लव इंडिया, मुरादाबाद। स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से पिछले नौ वर्षों से बिना रजिस्ट्रेशन के एनजीओ हेल्थ केयर सेंटर एवं जच्चा बच्चा केंद्र संचालित है। जहां पर नार्मल डिलीवरी, ऑप्रेशन समेत विभिन्न बीमारियों का उपचार बड़े पैमाने पर झोलाछाप डाक्टर (एमडी) बनकर कर रहा है। जिसका नाम अतीक है।

मामला नगर पंचायत ढकिया पीरु स्थित एनजीओ हेल्थ केयर सेंटर एवं जच्चा बच्चा केंद से जुड़ा है। ये अवैध सेंटर शरीफ मार्केट निकट कुरैशियों वाले तालाब बुध बाजार में संचालित है। इस बिना रजिस्ट्रेशन के जच्चा बच्चा केंद्र की खास बात ये भी है कि यहां मरीजों के लिए 24 घंटे एम्बुलेंस की सुविधा उपलब्ध है। इस एनजीओ हेल्थ केयर सेंटर एवं जच्चा बच्चा केंद्र का रजिस्ट्रेशन मुख्यचिकित्साधिकारी कार्यालय में नहीं है फिर वर्षों से अधिकारियों के संरक्षण में खुला है।

जब इस संबंध में सेंटर संचालक झोलाछाप डाक्टर अतीक से फोन पर उनका पक्ष जाना तो बताया गया कि एनजीओ का रजिस्ट्रेशन सीएमओ कार्यालय में कराना उचित नही है बल्कि मुरादाबाद, दर्पण एनजीओ लखनऊ, नई दिल्ली में कराया जाता हैं। एनजीओ की सहारे गरीब मरीजों का भर्ती करके ऑनकाल डाक्टरों को बुलाकर ट्रीटमैंट किया जाता है। जब संवाददाता ने ये सवाल किया कि जब अपने सेंटर पर नार्मल डिलीवरी, ऑप्रेशन और विभिन्न बीमारियों का उपचार ऐलोपैथिक पद्धति में करते है तो कौन प्रशिक्षित डाक्टर करता है तो संचालक ने बताया कि मुझे किसी प्रशिक्षित चिकित्सक की जरूरत नहीं है मैं खुद एमडी हूं। मैं भीख मांगकर नौ वर्षों से गरीब मरीजों का उपचार निशुल्क करता हूं और अन्य निजी अस्पतालों में एनजीओ के माध्यम से करवाता हूं। असल में इस झोलाछाप डाक्टर ने अपने हेल्थ केयर सेंटर एवं जच्चा बच्चा केंद का नाम एनजीओ इसलिए रखा है कि मरीजों के साथ साथ जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को गुमराह कर सकें।

क्षेत्रवासियों से जब इस संबंध में जानकारी जुटाई गई तो जानकारी मिली कि सन् 2014 से इस अस्पताल को अस्तित्व में बिना पंजीकरण के लाया गया। यहां नार्मल डिलीवरी, गर्भपात, ऑपरेशन और अनेकों तरह की बीमारियों का इलाज होने का काम होता है। महिलाओं को एक झोलाछाप डाक्टर महिला और पुरुषों को डाक्टर अतीक ट्रीटमेंट देतें है। जो खुद को एमडी डिग्री धारक डाक्टर बताते है।

सीएमओ दफ्तर में जब इस सेंटर की हकीकत जानी तो किस तरह का कोई पंजीकरण नहीं मिला। तब सीएमओ डा. एमसी गर्ग का पक्ष जाना तो उन्होंने बताया कि इस बिना रजिस्ट्रेशन के हेल्थ केयर सेंटर एवं जच्चा बच्चा केंद पर कार्यवाही की जाएगी। साथ ही संचालक पर धोखाधड़ी करने का भी मामला संबंधित थाने में पंजीकृत कराया जाएगा।

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