शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने व दीपक जलाने से होता है कष्टों का निवारण
शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का 108 बार जप करने से दुःख, कठिनाई एवं ग्रहदोषों का प्रभाव शांत हो जाता है (ब्रह्म पुराण)। हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से अनेक प्रकार के कष्टों का निवारण होता है । (पद्म पुराण)
आर्थिक कष्ट निवारण हेतु
एक लोटे में जल, दूध, गुड़ और काले तिल मिलाकर हर शनिवार को पीपल के मूल में चढ़ाने तथा ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र जपते हुए पीपल की ७ बार परिक्रमा करने से आर्थिक कष्ट दूर होता है ।
विघ्न-बाधाओं व पाप-ताप से रक्षा हेतु
पीपल का दर्शन, पूजन व स्पर्श बड़ा हितकारी है । व्यक्ति, कितना भी मुसीबतों और पापों से घिरा हुआ हो, ३ पीपल के पौधे या कलमें ले और ‘ॐ अश्वत्थ वृक्षराजाय नम: ।’ ऐसा १०८ बार जप करे एवं यह भावना करे कि ‘हे पीपल देवता ! वृक्षों में राजा ! मैं आपको नमन करता हूँ ।’ फिर हाथ से वे पौधे या कलमे ठीक जगह पर लगा दे । इससे उसके पाप-ताप कटेंगे, वह विघ्न-बाधाओं से बाहर आ जायेगा। यह तुम लोग कर सकते हो और दूसरों को भी प्रेरित कर सकते हो ।