कारगिल युद्ध के जिम्मेदार पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ नहीं रहे
दुबई। पाकिस्तान के राष्ट्रपति और सेना प्रमुख रह चुके परवेज़ मुशर्रफ़ का जुम्मे को दुबई में इंतकाल हो गया। परवेज मुशर्रफ काफी दिनों से अस्पताल में भर्ती थे लेकिन हालत में सुधार के बजाय हालत बिगड़ती गई और जुम्मे को उनका इंतकाल हो गया सोशल मीडिया पर इंतकाल की खबर वायरल हुई तो परिजन और उनके समर्थक गमगीन हो गए।
इन्होंने साल 1999 में नवाज़ शरीफ की लोकतान्त्रिक सरकार का तख्ता पलट कर पाकिस्तान की बागडोर संभाली और 20 जून, 2001 से 18 अगस्त 2008 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहे। इसके अलावा वह पाकिस्तान के आर्मी चीफ भी रहे।
भारत के साथ कारगिल की जंग के लिए मुशर्रफ को ही जिम्मेदार ठहराया जाता है। उस समय परवेज मुशर्रफ को लग रहा था कि कारगिल में घुसपैठ करके पाकिस्तान को भारत पर रणनीतिक बढ़त मिल जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया था।इसके उलट युद्ध में सैकड़ों पाकिस्तानी सैनिकों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। वह इस फैसले के बाद भी लगातार भारत की छवि खराब करने की कोशिश करते रहे।
आपको बता दें कि परवेज मुशर्रफ छह साल पहले इलाज के लिए दुबई चले गए थे और उसके बाद कभी अपने देश पाकिस्तान नहीं लौटे। मुशर्रफ को हमेशा यह डर सताता रहा कि अगर वो अपने देश लौटते हैं तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।