मालीपुर में तालाब के निकट तथा ग्राम ऊमरी सब्ज़ीपुर के स्कूल परिसर में हरिशंकरी पौधों का रोपण किया गया

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लव इंडिया, मुरादाबाद। हरिशंकरी वृक्षारोपण सप्ताह के प्रथम दिन 8 अगस्त को उपवन संस्था ने चार स्थानों पर हरिशंकरी पौधों का रोपण किया। आज़ादी के अमृत महोत्सव पर ऊ प्र सरकार एवम लोकभारती के प्रयासों से 75 स्थानों पर हरिशंकरी ( पीपल, बरगद, पाखड़) पौधों का रोपण इस सप्ताह किया जाना है जिसमें 11 स्थानों पर इनको रोपित करने का काम उपवन संस्था कर रही है। आज ग्राम मनोहरपुर के स्कूल एवम तालाब के निकट इन पौधों को रोपित किया गया। इसी प्रकार ग्राम मालीपुर में तालाब के निकट तथा ग्राम ऊमरी सब्ज़ीपुर के स्कूल परिसर में इन पौधों का रोपण किया गया।

इस अवसर पर उपस्थित जन समुदाय को संबोधित करते हुए अभियान के संयोजक डॉ. विशेष गुप्ता ने कहा कि हरिशंकरी पौधों को रोपण अभियान जो आज से पूरे प्रदेश में आरंभ हो रहा है। यह पर्यावरण के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। इसका लाभ आने वाली पीढियों को मिलेगा। मुरादाबाद में व्रक्षारोपण का शुभारंभ करते हुए डॉक्टर गुप्ता ने पौधों को संरक्षित रखने की शपथ दिलाई।

मुख्य अथिति नाबार्ड के रजत सहगल ने अपने संबोधन में कहा कि आज सावन के अन्तिम सोमवार को इन पौधों को रोपित करना जहां एक बड़ा धार्मिक अनुष्ठान है वही पर्यावरण के लिए लिए अत्यधिक उपयोगी है। वन अधिकारी सूरज कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि यह सप्ताह इसी प्रकार हर साल उत्सव के रूप में मनाते हुए पर्यावरण संरक्षण का कार्य करना हम सबका धर्म होना चहिए। संयोजक दीपक मेंदीरत्ता ने इस अवसर पर कहा कि जीवन देने वाले यह वृक्ष लगातार कम होते जा रहें है इसलिए इनका रोपण भविष्य के लिए एक ऐतिहासिक कदम होगा जिसकी निरंतरता जारी रखना हम सबका कर्तव्य है।

उपवन संथापक सुधाकर रंजन त्यागी ने कहा कि धार्मिक मान्यताओं के आधार पर इन वृक्षों को ब्रह्मा, विष्णु, महेश की संज्ञा दी गई है वहीं इन वृक्षों का बहुत बड़ा लाभ स्वास्थ्य की दृष्टि से दैनिक जीवन में है, अनेकों बीमारियों के लिए इनकी पत्ती, छाल एवम जड़ रामबाड़ औषधि के रूप में काम आती हैं इसलिए इनका रोपण एक जनकल्याणकारी कार्य है। आयोजन में ग्राम प्रधान प्रेम सिंह, बबलू, किसान करन सिंह, भूरे , शोवीर सिंह के साथ वन विभाग के अधिकारी, कर्मचारी एवम उपवन कार्यकर्ताओं की बड़ी संख्या में सहभागिता रही।

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