बिजली संकट के चलते देश में इमरजेंसी कानून लागू
नई दिल्ली: कोयला संकट के मद्देनजर केंद्र सरकार ने आपातकालीन शक्तियों का इस्तेमाल किया है। इमरजेंसी कानून लागू करके सभी पावर प्लांट्स को अपनी पूरी क्षमता के साथ बिजली उत्पादन करने का आदेश दिया गया है। केंद्र ने सख्त लहजे में कहा कि कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। केंद्र ने राज्यों से यह भी कहा है कि किसी बिजली प्लांट को कोयला और गैस की कमी नहीं होने दी जाएगी। जितनी जरूरत है, उस हिसाब से इनकी सप्लाई की जाएगी। यह आदेश विद्युत अधिनियम, 2003 की धारा 11 के तहत दिया गया। इस कानून के जरिए केंद्र सरकार को असाधारण परिस्थितियों में कई खास अधिकार मिल जाते हैं। सरकार बिजली बनाने वाली किसी भी कंपनी को काम करने या स्टेशन मेंटेन रखने के लिए कह सकती है।
विद्युत अधिनियम की धारा 11 के अनुसार, असाधारण परिस्थितियों में सरकार ऊर्जा कंपनियों को अपने हिसाब से ऑपरेट करने और आउटपुट मेंटेन रखने के लिए कह सकती है। इस धारा में ‘असाधारण परिस्थितियों’ का मतलब वैसी परिस्थितियों से हैं जहां राज्य की सुरक्षा, सार्वजनिक व्यवस्था को खतरा हो या प्राकृतिक आपदा आई हो या जनहित में कोई अन्य परिस्थितियां पैदा हुई हों। सेक्शन 11 में यह भी कहा गया कि यथोचित आयोग इन निदेशों के प्रतिकूल वित्तीय असर को पूरा करने पर विचार कर सकता है। यानी कंपनियों को हुए नुकसान की भरपाई की जा सकती है।
क्या देश में असाधारण परिस्थितियां हैं?
देश में घरेलू कोयले की सप्लाई बढ़ने के बावजूद बिजली प्रॉडक्शन जरूरत के हिसाब से नहीं बढ़ पाया है। इस वजह से कई राज्यों में बिजली की भारी कमी है। बिजली प्रॉडक्शन के लिए कोयले की रोजाना खपत और सप्लाई के अंतर की वजह से पावर प्लांट्स में कोयले का स्टॉक भी तेजी से कम हुआ है।
राज्यों को जल्द कोयला इम्पोर्ट करने का निर्देश
केंद्र ने विदेशी कोयले पर चलने वाले कुछ निष्क्रिय पावर प्लांट्स में फिर से प्रॉडक्शन शुरू करने के लिए कहा है। इस फैसले के बाद कोयले की ऊंची अंतरराष्ट्रीय कीमतों की वजह से प्रॉडक्शन न कर पा रहे पावर प्लांट्स भी बिजली का उत्पादन कर पाएंगे। इसके साथ ही केंद्र सरकार ने पावर प्लांट में कोयले की उपलब्धता बढ़ाने के लिए राज्यों को कोयले का आयात जल्दी करने की सलाह दी है ताकि अतिरिक्त कोयला मई 2022 के महीने से ही पावर प्लांट तक पहुंच जाए। राज्यों को कोयला आयात करने की प्रक्रिया को शीघ्र पूरा करने के लिए कहा गया है।