सपा प्रत्याशी रूचि वीरा बोलीं- बाहरी नहीं हूं, मुरादाबाद की मेरी पैदाइश और पूरा लोकसभा क्षेत्र मेरा घर
उमेश लव, लव इंडिया, मुरादाबाद। इंडिया गंठबंधन और समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी रूचि वीरा ने काजीपुरा में जनसभा में कहा कि मैं एक महिला जरूर हूं लेकिन मेरी ताकत और हिम्मत किसी मर्द से कम नहीं है। मैं बाहरी प्रत्याशी नहीं हूं। मुरादाबाद की मेरी पैदाइश है और लोकसभा क्षेत्र के बड़ापुर की रहने वाली हूं। मुरादाबाद लोकसभा क्षेत्र में ही मेरा घर है। जब भी मुझे याद करोंगे मैं हाज़िर हो जाऊंगी। मुझे वोट करने से पहले मेरी पहचान जरूर बिजनौर की जनता से कर लेना। सियासत से मेरा पुराना नाता है, एक बार विधायक और जिला पंचायत अध्यक्ष रहीं हूं और आपका साथ मिला तो संसद में आपकी आवाज बनूंगी।
मालूम हो कि समाजवादी पार्टी ने वर्तमान सांसद डॉक्टर एसटी हसन का टिकट काटकर बिजनौर जिले की सपा नेत्री रुचि वीरा को मुरादाबाद लोकसभा क्षेत्र से टिकट दिया है ऐसे में समाजवादी पार्टी के ही कुछ लोग बाहरी प्रत्याशी बताते हुए रुचि वीरा का विरोध कर रहे हैं। यूं तो कई बार वह खुद को बाहरी बताए जाने का विरोध कर चुकी है लेकिन मंगलवार को काजीपुरा में समाजवादी छात्र सभा के पूर्व जिलाध्यक्ष फरीद मलिक के आवास पर हुई जनसभा में भीड़ देखकर रुचि वीरा रुक नहीं पाई और उन्होंने मंच से विरोध करने वालों को संदेश दे दिया।
वार्ड 10 काजीपुरा के पूर्व पार्षद सईद अहमद ने मंच से जनसभा को सम्बोधित करते हुए दो टूक कहा कि मेरे वार्ड की जनता गंठबंधन प्रत्याशी रुची वीरा को निराश नहीं करेंगे। यहां डंके की चोट पर साइकिल को वोट मेरी प्रिय जनता करेंगे। फूल का यहां कोई राग नहीं है हमारी गुल्लक इसका करार जवाब देंगी।
कांग्रेस अल्पसंख्यक के युवा नेता मौ. अहमद ने अपने सम्बोधन में जोरदार भाषण देते हुए भाजपा पर जमकर सियासी तीर छोड़े ओर गंठबंधन प्रत्याशी रुची वीरा के समर्थन में वोट देने की जोरदार अपील की। उन्होंने कहा कि वोट देने से पहले लाॅकडाउन में भूख से मरने वालों को जरूर याद कर लेना? सड़क पर पैदल चलकर अपनी जान गवाने वाले लोगों को जरूर याद कर लेना? यदि तुम बदला लेना चाहते हो उनकी शहादत को जरूर याद करना? अपनी वोट की चोट से मोदी जी को जरूर लाॅकडाउन की तस्वीर याद दिला देना।
सपा के युवा नेता एवं पूर्व छात्र सभा जिलाध्यक्ष फरीद मलिक एडवोकेट ने कहा कि मैं एसटी हसन का अपने क्षेत्र से सबसे ज्यादा वफादार हूं जब मैं आपको खुलकर चुनाव लड़ा रहा हूं तो मेरे वार्ड की जनता रुची वीरा जी आपको निराश नहीं करेंगे। सबूत के तौर पर ये जनसभा इस बात की ओर साफ़ इशारा करती है कि जीत करीब है क्योंकि मेरे द्वारा आयोजित कराई गई जनसभा में आपके सामने हर समाज का जिम्मेदार नागरिक यहां बैठा है और आपको अपना सांसद देखना चाहता है।
वर्तमान पार्षद के भाई प्रमोद कुमार ने हाथ जोड़कर गंठबंधन प्रत्याशी रुची वीरा को वोट देने की अपील की और कहां कि मेरा जाटव समाज कल भी कांग्रेस के साथ खड़ा था और आज भी गंठबंधन प्रत्याशी के समर्थन में वोट करेंगा।
वहीं दलित समाज के नेता कमल सिंह ने अपने जोरदार भाषण से ये साबित कर दिया कि जाटव समाज इस पर गंठबंधन प्रत्याशी को वोट देगा। बसपा और भाजपा जाटव समाज के वोट को भूल जाएं यहां सिर्फ साईकिल ही चलेगी।
वहीं बसपा छोड़ सपा प्रत्याशी के समर्थन में मौ. यामिन मलिक ने अपना समर्थन रुची वीरा को दिया। रुची वीरा समर्थन लेने के यामिन मलिक के आवास पर पहुंची थी। जहां उन्हें सम्मान तो मिला ही बल्कि समाजवादी पार्टी में एक मजबूत सिपाही में जोड़ दिया। बताते चलें कि यामिन मलिक बसपा से पिछले निकाय चुनाव में मेयर का चुनाव लड़ें थे लेकिन हार गए थे। काजीपुरा और आसपास के क्षेत्र में एक मजबूत पकड़ रखते हैं यामिन मलिक और पुराने सियासी खिलाड़ी भी हैं।