बड़ा सवाल: मुरादाबाद जिले में धारा-144, ऐसे में बागेश्वर धाम सरकार के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दिव्य दरबार व हनुमंत कथा हो पाएगी…
उमेश लव, लव इंडिया, मुरादाबाद। विभिन्न त्योहारों पर शांति व्यवस्था के मद्देनजर मुरादाबाद जनपद में जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने निषेधाज्ञा 144 लागू की हुई है। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि क्या बागेश्वर धाम सरकार के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी महाराज की हनुमंत कथा और दिव्य दरबार की अनुमति हो सकती है।
मालूम हो कि श्री राम बालाजी धाम बाबा नीव करोरी आश्रम ट्रस्ट (रजिस्टर्ड) और लोहिया मानव कल्याण ट्रस्ट (रजिस्टर्ड) के तत्वावधान में 18, 19 एवम 20 मार्च 2024 को हनुमंत कथा एवं दिव्य दरबार का आयोजन किए जाने के साथ ही तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। इसी के तहत छह मार्च को कथा (कार्यक्रम) स्थल लोहिया स्टेट सेक्टर 6 के सामने नया मुरादाबाद में भूमि पूजन भी हो चुका है। इसमें मुख्य यजमान विनीत कुमार गुप्ता लोहिया, विभोर कुमार गुप्ता लोहिया, अनिल कुमार शर्मा एवम् ट्रस्ट के पदाधिकारी एवं महानगर के अनेक गणमान्य शामिल रहे। पूजन के तत्पश्चात लोहिया मानव कल्याण ट्रस्ट (रजिस्टर्ड) के विनीत कुमार गुप्ता लोहिया ने पत्रकारों से कहा था कि आयोजन 17 मार्च 2024 से कलश यात्रा के साथ होगा जिसमें विश्व विख्यात कथा व्यास श्री पं धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी बागेश्वर धाम सरकार का 18 मार्च को आएंगे और दोपहर 2 बजे से हनुमंत कथा का शुभारंभ करेंगे। 19 तारीख को सुबह 9 बजे दिव्य दरबार लगेगा और 20 मार्च को हनुमंत कथा विराम लेगी। इसमें दो लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है।
…और यही दो लाख भक्तों का सैलाब चिंता का विषय है क्योंकि
त्योहारों के मद्देनजर मुरादाबाद जनपद में धारा-144 लगी है और कभी भी चुनाव आचार संहिता लग सकती है। ऐसे में क्या जिला प्रशासन बागेश्वर धाम सरकार के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की हनुमंत कथा और दिव्या दरबार की अनुमति देगा। इन दिनों यह सबसे बड़ा सवाल गूंज रहा है।
इसी आयोजन को लेकर राष्ट्रीय अति पिछड़ा वर्ग के प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामेश्वर दयाल तुरैहा ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजा है। इसमें कहा है कि बागेश्वर धाम के बाबा धीरेन्द्र शास्त्री जी (जिन्होंने विगत वर्ष अनमेरिड लडकियों को खाली प्लॉट बताकर विवादित बयान दिया था) का कार्यक्रम थाना मझोला अन्तर्गत नया मुरादाबाद में 18, 19, 20 मार्च 2024 को प्रस्तावित है। जहाँ मुझ सहित लाखों की भीड़ इकटठी होने की सम्भावना है ऐसे में मुझ सहित किसी दर्शक के साथ कोई अप्रिय घटना घटित होती है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा? ऐसे में जहाँ 4 व्यक्ति एक ही स्थान पर इकटठा होने पर कानूनी कार्यवाही हो जाती है, धीरेन्द्र शास्त्री जी के कार्यक्रम में लाखों की भीड़ इकटठा होने की सम्भावना है। उनके कार्यक्रम की अनुमति देना/ उनके द्वारा कार्यक्रम किया जाना समझ से परे, विधि विरुद्ध और धारा-144 का खुला उल्लंघन होगा।