दिल्ली AIIMS में मरीजों से रिश्वत मांगने वालों की अब खैर नहीं, वाट्सएप पर सीधे कर सकेंगे शिकायत
एम्स का सुरक्षा विभाग मरीजों की शिकायत पर त्वरित जांच और कार्रवाई करेगा। दलालों के पकड़े जाने पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। साथ ही प्राथमिक स्तर पर शिकायत सही पाए जाने पर कर्मचारियों के खिलाफ भी निलंबन और बर्खास्तगी की कार्रवाई की जाएगी। एम्स में दवा दिलाने, परिसर से बाहर जांच कराने में मदद करने और उपचार के लिए दूसरे अस्पतालों में भेजने के नाम पर मरीजों को दलाल प्रलोभन दे रहे हैं। इसी के मद्देजनर एम्स ने भ्रष्टाचार विरोध हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। अब मरीज सीधे व्हाट्सऐप नंबर 9355023969 पर शिकायत कर सकेंगे।
एम्स की ओपीडी में प्रतिदिन करीब 13 हजार मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। इस वजह से ओपीडी पंजीकरण के लिए भी मरीजों को जूझना पड़ता है। इसके अलावा अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन, एमआरआइ जांच व सर्जरी में भी लंबी वेटिंग है। इस वजह से अस्पताल में दलालों की सक्रियता भी बड़ी समस्या रही है। दलाल मरीजों जल्दी इलाज कराने के नाम पर पैसों की मांग करते हैं। एम्स में दवा दिलाने, परिसर से बाहर जांच कराने में मदद करने और उपचार के लिए दूसरे अस्पतालों में भेजने के नाम पर मरीजों को दलाल प्रलोभन दे रहे हैं। इसी के मद्देजनर एम्स ने भ्रष्टाचार विरोध हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। अब मरीज सीधे व्हाट्सऐप नंबर 9355023969 पर शिकायत कर सकेंगे।
इसके अलावा एम्स में विभिन्न डायग्नोस्टिक लैब संचालकों कर्मचारी सक्रिय होते हैं, जो जल्दी जांच कराने का हवाला देकर मरीजों को बाहर निजी लैब में जांच कराने के लिए ले जाते हैं। इसके अलावा निजी दवा स्टोर के दलाल भी सक्रिय होते हैं। एम्स द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि एम्स के निदेशक डा. एम श्रीनिवास को मरीजों और उनके रिश्तेदारों से इस तरह की शिकायतें मिली थीं। इसके मद्देनजर एम्स के निदेशक डा. एम श्रीनिवास ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है।