अभी हमें भगवान श्रीराम के बालरूप के दर्शन हुए हैं, जल्द और सजीव दर्शन करने को मिलेंगे: रमेश भाई ओझा

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लव इंडिया, मुरादाबाद। लोहिया मानव कल्याण ट्रस्ट, श्री राम बालाजी धाम बाबा नीम करोली आश्रम ट्रस्ट, लाला ओम प्रकाश अग्रवाल मेमोरियल ट्रस्ट एवं श्री राम कथामृत महोत्सव समिति के तत्वाधान में आज से श्री राम कथामृत महोत्सव का शुभारंभ पं.पूज्य भाई श्री रमेश भाई ओझा जी द्वारा किया गया। यह राम कथा नौ दिवस चलेगी।

पं पूज्य भाई श्री रमेश भाई ओझा जी का आगमन राम कथा स्थल पर हुआ। मुख्य द्वार पर शंखों की ध्वनि के साथ संत समाज के द्वारा मंत्र उच्चारण के साथ लोहिया परिवार द्वारा स्वागत कर पं पूज्य भाई श्री रमेश भाई ओझा जी को ससम्मान व्यास गद्दी पर विराजमान किया गया। इसके तत्पश्चात मुख्य यजमान विनीत कुमार गुप्ता लोहिया एवम उनके परिवार द्वारा रामचरित्र मानस का विधिविधा से पूजा किया गया। तत्पश्चात कथावाचक जी का चंदन रोली से तिलक कर पुष्पमाला अर्पित कर कथा का शुभारंभ किया गया। सनातन पद्धति से शुभारंभ कर हनुमान चालीसा का पाठ कर राम चरित्र मानस की कथा के शुभारंभ में श्रीराम चरित्र मानस को मनुष्य के जीवन में महत्व को बताया।

पं पूज्य भाई श्री रमेश भाई ओझा जी ने मां गंगा का महत्व समझाया। उन्होंने कहा कि गंगा जैसा पवित्र आपको अपना जीवन बनाना चाहिए। जिस तरह से गंगा जहां जहां चलती जाती है वहां वहां गंगा का महत्व बदल जाता है। कथा व्यास ने कथा का बखान करते हुए कहा कि अयोध्या में मंदिर बना उसका विकास अभी और होना है उसमें अभी बहुत सी चीजें और जुड़नी है। भगवान श्री राम के बालरूप के दर्शन हमे हुए हैं अभी और सजीव दर्शन करने को हमे मिलेंगे। उन्होंने कहा कि मोह, काम, क्रोध, ईर्ष्या इन सभी का साम्राज्य हमारे जीवन पर है। जिंदगी की जमीन अभी दुर्गुणों के कब्जे में है आज आवश्यकता है जिंदगी के जीवन को इन सभी से मुक्त कराकर उस पर एक मंदिर का निर्माण करे।

कथा व्यास जी ने कहा कि हमे अपने जीवन को भी दुर्गुणों से बचाना है उसके लिए हमे संघर्ष करना भी जरूरी है और अध्यात्म की दृष्टि से अपनी जिंदगी को दुर्गुणों से मुक्त कराये उसके बाद अपनी देह को देवालय बनाये। जिस प्रकार हिमालय में कैलाश मानसरोवर की यात्रा बहुत कठिन है उसी प्रकार मनुष्य के जीवन की मानसरोवर की यात्रा भी बहुत कठिन है, जिस प्रकार स्कूल कॉलेज में जो सिखाया जाता है तो उस से लॉयर, इंजीनियर, चार्टर्ड अकाउंटेंट, डॉक्टर यह सब निकलते हैं और रामकथा सुन कर इंसान निकलते हैं।

कहा कि महर्षि वाल्मीकि जी के द्वारा रामायण को लोगों के लिए आदर्श मानव जीवन क्या है यह समझने के उद्देश्य से जो रचना करी थी। उसी को तुलसीदास जी ने कहा स्वंत सुखाय तुलसी रघुना द संत सुख के लिए रघुनाथ गाथा है। राम कथा स्थल पर ही मुरादाबाद के कथा व्यास दीपक कृष्ण उपाध्याय के मार्गदर्शन में 9 ब्राह्मण के द्वारा श्री रामचरितमानस का पाठ किया जा रहा है। अति विशिष्ट अतिथि जगदीश मित्तल अध्यक्ष राष्ट्रीय कवि संगम एवम नंद किशोर अग्रवाल क्रिस्टल ग्रुप रहे।

शंकराचार्य पद्धति से दंडी स्वामी लव कुश आश्रम की उपाधि से विभूषित संत का भी राम कथा में आगमन रहा। महानगर मुरादाबाद के मेयर विनोद अग्रवाल द्वारा राम कथा का रसपान किया गया। इसी के साथ राम जी की आरती कर श्री राम कथा को विश्राम दिया गया। आरती में विनीत कुमार गुप्ता लोहिया, विभोर कुमार गुप्ता लोहिया, विपिन कुमार गुप्ता लोहिया एवं समस्त लोहिया परिवार एवं राम कथामृत महोत्सव समिति के अध्यक्ष महेश चंद्र अग्रवाल, महामंत्री प्रवीण कुमार, कोषाध्यक्ष अंकुर अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।

इस दौरान, श्रीमती अवधेश लोहिया श्रीमती कुमकुम गुप्ता नयन तारा गुप्ता शिखा गुप्ता भारती गुप्ता अनुभव लोहिया अनमोल लोहिया आकर्ष लोहिया अनिल कुमार शर्मा ज्ञानेंद्र शर्मा राम रतन शर्मा श्याम सुंदर गॉड सचिन गुप्ता विनीत गुप्ता राकेश अग्रवाल प्रदीप शुक्ला अजय नारंग जयदेव यादव शुभम भारद्वाज विपिन कुमार सुमित शर्मा शशि अरोड़ा मीनू मल्होत्रा हरी गोपाल शर्मा के. के. गुप्ता प्रदीप शर्मा राजीव अग्रवाल सीमा गुप्ता मोहिनी सक्सेना पूनम शर्मा सुनीता शर्मा निशा सक्सेना आदि उपस्थित रहे। मंच का संचालन बाबा संजीव आकांक्षी एवं रितु नारंग जी के द्वारा किया गया।

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