3 महीने की मेहनत के बाद 12वीं बार चमकी किस्मत: 30 लाख की कीमत का हीरा दंपत्ति को मिला
हीरा जन नगरी के नाम से जाना जाने वाला पन्ना जिला एक बार फिर सुर्खियों में हैं। यहां रातों-रात एक शख्स की किस्मत चमकी है। दरअसल नोएडा से आकर पन्ना में खदान खोलने वाले एक दंपति को 12वीं बार बेशकीमती हीरा मिला है। इस हीरे की अनुमानित कीमत लगभग 30 लाख रुपए है। मध्य प्रदेश के पन्ना जिले की रत्नगर्भा धरती से कब किसकी किस्मत चमक जाए, इसका अंदाजा लगाना बड़ा मुश्किल है। इस धरती ने कई को रंक से राजा बना दिया है। कुछ इसी प्रकार नोएडा निवासी मीणा सिंह पति राणा प्रताप सिंह के साथ हुआ है। जिन्हें एक बार फिर 8.01 कैरेट का बेशकीमती हीरा मिला है। जिसकी अनुमानित कीमत करीब 30 लाख रुपए बताई जा रही है।
पन्ना का हीरा विभाग, उथली हीरा खदान के पट्टे जारी करती है
हैरानी की बात ये है कि इसके पहले भी इस दंपति को 11 हीरे पन्ना की हीरा खदानों से मिल चुके है। पन्ना का हीरा विभाग, उथली हीरा खदान के पट्टे जारी करती है। जिसकी गहराई लगभग 10 फुट तक होती है, लेकिन जिले भर में जे.सी.बी. मशीनों से 20 से 40 फुट गहरी खदानें खोदी जा रही हैं। इस तरह से चल रहीं हीरा खदानों में जिला हीरा अधिकारी कभी निरीक्षण भी नही करते हैं। इससे बेखौफ खदान संचालक सीमा से अधिक गहराई करके नियमों के साथ खिलवाड़ करते हैं। यह खेल कहीं न कहीं अधिकारियों की मिलीभगत से चल रहा है।
8.01 कैरेट का बेशकीमती हीरा पन्ना के जरुआपुर गांव की उथली हीरा खदान से मिला
जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के नोएडा निवासी राणा प्रताप सिंह ने अपने कुछ दोस्तों के कहने पर वर्ष 2021 में पन्ना आकर हीरा खदान लगाने का काम शुरु किया था। इसके बाद उन्हें एक के बाद एक अब तक कुल 11 हीरे मिल चुके हैं। एक बार फिर उन्हें 8.01 कैरेट का बेशकीमती हीरा पन्ना के जरुआपुर गांव की उथली हीरा खदान से मिला है। यह खदान उन्होंने जरुआपुर गांव के निवासी किसान विमल सरकार के खेत मे लगाई थी। इस खदान में खेत मालिक विमल सरकार 20% के पार्टनर हैं। इसके अलावा संजय अधिकारी 5% के पार्टनर हैं। करीब तीन महीने की मेहनत के बाद यह हीरा मिला है, जिसे खदान मालिक की गैर मौजूदगी में तुआदार गौतम मिस्त्री, खेत मालिक और साझेदार ने हीरा कार्यालय पहुंचकर जमा करवा दिया गया है।