87 वर्ष की आयु में दुनिया को अलविदा कह गई जिले की पहली महिला एमबीबीएस चिकित्सक सुधा सक्सेना

India Uttar Pradesh खाना-खजाना टेक-नेट तीज-त्यौहार तेरी-मेरी कहानी नारी सशक्तिकरण

संजीव गुप्ता, लव इंडिया, संभल। वरिष्ठ समाजसेविका व सम्भल की पहली एमबीबीएस महिला चिकित्सक डॉ सुधा सक्सेना (87) का रविवार को रात आठ बजे के करीब निधन हो गया। जिसकी खबर मिलते ही नगर में दुःख की लहर दौड़ गई।

Dr. Sudha Saxena (87), senior social worker and first MBBS female doctor of Sambhal, passed away on Sunday around 8 pm. As soon as the news of this was received, a wave of sorrow ran in the city.

संभल बहजोई संभल स्थित रोड सुशीला सक्सेना हॉस्पिटल के संस्थापक/ मालिक व समाजसेवी डॉ. यूसी सक्सेना की धर्मपत्नी सुधा सक्सेना लंबे समय से कैंसर घातक जैसी बीमारी से पीड़ित थी। उनका उच्च स्तरीय डॉक्टरों की टीम के संरक्षण में इलाज चल रहा था लेकिन अब कुछ दिनों में अत्यधिक तबीयत खराब होने से उन्हें मुरादाबाद के बड़े निजी हॉस्पिटल में दिखाया गया था लेकिन वह अपनी जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रही थी। इसी संघर्ष के बीच रविवार शाम ससक्सेना जिंदगी से हार गई और अपने निवास स्थान संभल में ही अंतिम सांस ली। उनके दो बेटों में संतु सक्सेना एडवोकेट हैं जबकि एक बेटे सचिन सक्सेना का कई वर्ष पूर्व हादसे में मौत हो गई थी।

डॉ सुधा सक्सेना के 87 वर्ष की आयु में निधन से परिजनों को गहरा सदमा लगा है और सभी का रो- रोकर बुरा हाल है। उनके निधन की खबर पता लगते ही उनके घर पर शोक संवेदना व्यक्त करने वाले राजनीतिक, गैर राजनीतिक, प्रशासनिक अधिकारियों व समाजसेवी लोगों का तांता लग गया। कल दिन सोमवार को दोपहर 12 बजे करीब संभल के ही गोमासती मोक्ष धाम में अंतिम संस्कार होगा।

वरिष्ठ समाजसेविका डॉ सुधा सक्सेना काफी समय से बीमार चल रही थी। जिनके निधन से चिकित्सा और समाज सेवा के क्षेत्र में सम्भल को बहुत भारी क्षति हुई है। सम्भल की नगर माता कही जाने वाली डॉ सुधा सक्सेना का 23 जुलाई को 87 वां जन्मदिन बड़े उत्साह के साथ मनाने की तैयारी चल रही थी। लेकिन उससे पहले ही वह सबको छोड़कर स्वर्ग को चली गई और अपना जन्मदिन भी नही मना सकी। मालूम हो कि डॉ सुधा सक्सेना सुशीला सक्सेना नर्सिंग होम के मालिक डॉक्टर यूसी सक्सेना की धर्मपत्नी थी और अनेक समाजिक संगठनों से जुड़ी हुई थी।

लव इंडिया नेशनल इस दुःख की खड़ी में ईश्वर से यही प्रार्थना है कि मृत आत्मा को शांति प्रदान कर संतप्त परिजनों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *