बौद्धिक संपदा अधिकार की आर्थिक विकास में अहम भूमिका
लव इंडिया, मुरादाबाद। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी में आईपीआर, पेटेंट औऱ डिज़ाइन फाइलिंग पर टीएमयू आईपीआर सेल और आरजीएनआईपीएम नागपुर, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय भारत सरकार की ओर से आयोजित वर्कशॉप में कुलपति प्रो. रघुवीर सिंह ने अपने स्वागत भाषण में उम्मीद जताई, यह वर्कशॉप फैकल्टी मेंबर्स औऱ स्टुडेंट्स में सकारात्मक परिवर्तन लाएगी। इससे प्रोजेक्ट्स औऱ रिसर्च कार्यों की क्वालिटी में सुधार आएगा।
संस्थान में युवा प्रतिभाओं को आकर्षित करना
आरजीएनआईपीएम नागपुर, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के सहायक नियंत्रक श्री कुमार राजू ने बतौर मुख्य वक्ता कार्यशाला के उद्देश्यों औऱ लाभों पर विस्तार से चर्चा की। इनमें आईपीआर अधिकारों का व्यावसायीकरण, परियोजनाओं /अनुसंधान कार्यों को पेटेंट में परिवर्तित करना, पेटेंट किए गए कार्यों को व्यावसायीकरण में परिवर्तित करना, व्यावसायीकरण से धन प्राप्ति, संस्थान को उच्च श्रेणी के विश्वविद्यालयों के समान दीर्घकालीन लाभ प्रदान करना, संस्थान में युवा प्रतिभाओं को आकर्षित करना आदि शामिल रहे।
कार्यशाला में टीएमयू के रजिस्ट्रार समेत तमाम अतिथि रहे मौजूद
कार्यशाला में टीएमयू के रजिस्ट्रार डॉ. आदित्य शर्मा ने कहा, आईपीआर, पेटेंट औऱ डिज़ाइन फाइलिंग पर आयोजित यह वर्कशॉप वेल स्ट्रक्चर्ड, सेंटर्ड औऱ रिजल्ट ओरिएंटेड थी। अंत में कार्यशाला समन्वयक आरएनडी सेल टीएमयू के डॉ. सौविक सुर ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस वर्कशॉप में टीएमयू के पीजी स्टुडेंट्स, पीएचडी स्कॉलर्स, फैकल्टी मेंबर्स के साथ-साथ 200 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।