Makar Sankranti: भारतीय कालगणना से ही पूरा विज्ञान
लव इंडिया, मुरादाबाद। राष्ट्र सेविका समिति श्रीकृष्ण नगर ने ओम भवन संघ कार्यालय में मकर संक्रांति पर्व बड़े ही हर्ष उल्लास के साथ मनाया।
कार्यक्रम की अध्यक्षा श्रीमती अर्चना प्रकाश ने समिति के महत्व और अनुशासन पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर मुख्य वक्ता राष्ट्र सेविका समिति की मुरादाबाद विभाग की विभाग कार्यवाहिका श्रीमती अनिता ने कहा कि मकर संक्रांति सूर्य का मकर राशि में प्रवेश यानि सूर्य का उत्तरायण में प्रवेश। असतो मा सद्गमय। तमसो मा ज्योतिर्गमय।मृत्योर्मामृतं गमय ॥
अर्थात प्रकृति का प्रकाश की ओर चलने का यह उत्सव है। सूर्य के धनुर राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है। इसी को को मकर संक्रांति कहते हैं। 1 वर्ष में 4 संक्रांति होती हैं मेष संक्रांति, कर्क संक्रांति, तुला संक्रांति, मकर संक्रांति। यह सूर्य देवता का दिन है आज से ही कुंभ स्नान प्रारंभ होता है। हमारे यहां पर दो प्रकार की कालगणना है एक सूर्य गणना दूसरी चंद्र गणना, सूर्य की गणना और चंद्रमा की गणना में लगभग 7 दिन का अंतर होता है। इसलिए 4 वर्ष में एक महीना लोन का आता है।
कहा कि भारतीय कालगणना से ही पूरा विज्ञान है। ग्रेग्रेरियन कैलेंडर यह नहीं बता सकता कि किस दिन सूर्य ग्रहण पड़ेगा किस दिन चंद्र ग्रहण पड़ेगा। पूर्णिमा-अमावस्या के बारे में किसी भी देश के पास कोई जानकारी नहीं है।
कहा कि भारतीय ज्ञान और विज्ञान विश्व के अंदर हमारे लिए गौरव का विषय है।आज युवती और युवा पाश्चात्य संस्कृति से प्रभावित होकर के उस की ओर बढ़ता जा रहा है। हमारी उत्सव कुछ न कुछ संदेश देते हैं। मकर संक्रांति परिवर्तन का संदेश देता है इस अवसर पर हम तिल के लड्डू खाते हैं तिल और गुड़ मिठास का प्रतीक है समाज के अंदर कटुता समाप्त हो कड़वाहट समाप्त हो ऐसा उत्सव है।
इस अवसर पर पर युवतियों द्वारा यष्ठि प्रदर्शन किया गया।कार्यक्रम का संचालन महानगर बौद्धिक प्रमुख संगीता ने किया एवं परिचय नगर कार्यवाहिका शिखा जैन द्वारा करवाया गया।इस अवसर पर नगर कार्यकारिणी एवम समिति की सभी दायित्ववान बहनें उपस्थित रहीं।