SAMBHAL NEWS: नकली दवाइयां बनाने वाला नटवरलाल पुत्र सहित पुलिस गिरफ्त में

India Uttar Pradesh Uttarakhand अपराध-अपराधी खाना-खजाना

संजीव गुप्ता लव इंडिया संभल के मुरादाबाद संभल स्थित शहजादी सराय में साइबरलेंस सॉल्यूशन के बैनर तले अवैध रूप से चल रही नकली दवाइयों की फैक्ट्री पर मुरादाबाद मंडल सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम (Joint team of Assistant Commissioner Food Safety and District Administration, Moradabad Division) ने अनुमानित एक करोड़ रुपए की नकली दवाइयां (Fake medicines worth Rs 1 crore recovered) बरामद कर फैक्ट्री मालिक नटवरलाल और उसके बेटे को गिरफ्तार ( Factory owner Natwarlal and his son arrested) किया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार अवैध रूप से चल रही नकली दवाइयां बनाने की फैक्ट्री की शिकायत लखनऊ पहुंची थी वहां से शिकायत को संज्ञान में लेते हुए मुरादाबाद मंडलीय संयुक्त टीम ने संभल के मोहल्ला शहजादी सराय में अवैध रूप से आयुर्वेदिक के लाइसेंस की आड़ में एलोपैथिक नकली दवाइयां बनाई जा रही थी लखनऊ से आई टीम से जब इस बाबत जानकारी की गई तो उच्च अधिकारियों ने बताया कि गोरखधंधा दो महाशय चल रहा है जब उनसे यह मालूम किया गया की औषधि प्रशासन का ध्यान इस तरफ क्यों नहीं गया क्या प्रशासन कुंभकरण की नींद में सोया था जो लखनऊ तक शिकायत पहुंचने के बाद आपको यहां तक आना पड़ा लेकिन संभल और जी प्रशासन कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सका और कहने लगा एक बार पहले भी शिकायत मिली थी जिसका मुकदमा भी कायम हैं इसके बाद भी संभल प्रशासन इस नकली अवैध दवाइयां बनाने वाले के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठा सका अन्यथा इतने बड़े पैमाने पर अवैध रूप से नकली दवाइयां नहीं बनती जो मानव के साथ खिलवाड़ कर रही हैं बताया गया कि ₹35 में तैयार दवाई मार्केट में 4500 में बिक रही है इससे साफ जाहिर होता है कि संभल खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की मिलीभगत से यह फैक्ट्री चल रही है

टीम ने फैक्ट्री स्वामी और उसके बेटे को मौके से ही हिरासत में ले लिया। फैक्ट्री स्वामी के निशानदेही पर फैक्ट्री के बाद गोदाम पर भी छापा मार और वहां कंपनियों के रेपर ,डिब्बे और नशीली दवाएं इंजेक्शन और प्रतिबंधित दवाओं जखीरा मिला। जिसकी औषधि सहायक आयुक्त के अनुसार बाजार में एक करोड़ की कीमत बताई जा रही है।

फर्म स्वामी के खिलाफ बिना लाइसेंस और प्रतिबंधित व कॉपीराइट एक्ट में कार्रवाई की जाएगी।गुरुवार को मुरादाबाद मार्ग स्थित गांव शहजादी सराय में संचालित मैकसन फार्मा नाम आयुर्वेदिक दवा बनाने वाली फैक्ट्री में नकली दवा बनाने की मुखबिर की सूचना मिलते ही औषधि मुख्यालय मुरादाबाद ने एक स्पेशल टीम का गठन कर जिसमें खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग मुरादाबाद मुख्यालय से औषधि सहायक आयुक्त मुरादाबाद मंडल दीपक शर्मा के नेतृत्व में छह जनपद के गौतमबुद्ध नगर के औषधि निरीक्षक वैभव बब्बर, गाजियाबाद के आशुतोष मिश्रा, अमरोहा के राजेश कुमार, बिजनौर के उमेश भारती, मुरादाबाद की रूमिला वर्मा पहुंचे, जहां फैक्ट्री स्वामी थाना हयातनगर के सराय तरीन निवासी तेज प्रकाश और उसका बेटा शुभम् मिले।

टीम ने फैक्ट्री में जांच पड़ताल शुरू कर दी। जहां एलोपैथिक दवा बनाने की तीस लाख की मशीन मिली जहां उसके द्वारा बिना लाइसेंस के बनायी जा रही भारी मात्रा में एलोपैथिक दवाएं और नशीली दवा व इंजेक्शन व प्रतिबंधित दवाएं भी मिली। औषधि सहायक आयुक्त दीपक शर्मा ने बताया फैक्ट्री स्वामी के नाम केवल आयुर्वेद की दवा बनाने लाइसेंस है। काफी लम्बे समय से नकली दवाइयों का कारोबार चल रहा था। शासन को इसकी काफी शिकायत मिल रही थी।

फैक्ट्री स्वामी तेज प्रकाश ने पूछने पर बताया कि वो दवा बनाकर राम बिहार कालोनी में स्थित अपने गोदाम पर रखता है। टीम ने गोदाम पर छापेमारी की तो गोदाम एक करोड़ की दवाओं का जखीरा मिला और 64 ब्रांड डेट कंपनियों के रेपर डिब्बे और भारी मात्रा में प्रतिबंधित दवाएं मिली है। औषधि विभाग की टीम मिली दवाओं का स्टॉक दर्ज कर रही है। मैकसन फार्मा के संचालकों के पास आयुर्वेदिक दवाइयां बनाने का लाइसेंस था जिसकी आड में ये लोग तमाम अन्य कंपनियों की दवाइयां बनाकर बाजार में बेच रहे थे। फार्मा संचालक और उसका बेटा पुलिस ने गिरफ्त में ले लिया है। औषधि सहायक आयुक्त दीपक शर्मा ने बताया कि दवाओं का रिकॉर्ड दर्ज कर दोनों पिता पुत्र के खिलाफ खिलाफ एफआईआर की तैयारी की जा रही है।

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