आप जैसा नूरी बशर किसी मां ने जन्मा ही नहीं: बरकाती

Uttar Pradesh तीज-त्यौहार

संभल। अंजुमन शाहे बरकात मंगलपुरा सराय तरीन संभल के तत्वाधान में ईद ए मिलाद उन नबी सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम के अवसर पर 12 दिवसीय जलसा ए ईद मिलाद उन नबी सल्लल्लाहो ताला अलैहिवसल्लम के अंतर्गत महफिले मिलाद ए पाक सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम अल बशीर माडर्न पब्लिक जूनियर हाईस्कूल मंगलपुरा सरायतरीन संभल मैं पूरी शान ओ शोकत के साथ आयोजित की गई । जिसकी शुरुआत हाफिज मोहम्मद सलीमऔर हाफिज मोहम्मद अहमद ने संयुक्त रूप से तिलावत ए कलाम पाक से की। जब के जिया उर रहमान बरकाती , मोहसिन रजा, मंसूर बाकर, नईमुद्दीन बरकाती, शफीक बरकाती, इस्लाम अत्तारी , अराफात संभली आदि ने बारगाह ए रसूल पाक में नाते पाक का नजराना पेश किया।

इस अवसर पर मिलादुन्नबी सीरत उन नबी विषय पर बोलते हुए अल्लामा तालिब हुसैन मिस्बाही संभली ने कहा अल्लाह के रसूल सीरत ए पाक ऐसी थी के जो भी आप को देखता वो आप का हो जाता। आप सब से बुलंद अखलाक पेश आते, यही सबब ही के दुनिया की तमाम मखलूक आप की सीरत से मुतास्सिर नजर आतीं हे। कारी शमशाद रजा कादरी बरकाती ने प्यारे आका के नूर उल ओला नूर होने और सबसे पहले आपके नूर को पैदा करने के बारे में बयान करते हुए कहा कि आप जैसा नूरी बशर किसी मां ने जन्मा ही नहीं, उन्होंने कहा चांद में तो दाग हे मगर प्यारे नबी का चेहरा साफ ही।

जलसे में वामिक कमर बरकाती , तौकीर बरकाती , हाफिज अफ़ज़ल बरकाती, , शहनवाज खान, जकी सैफी, जुबेर उमर, हाजी जीशान,हाजी भूरा,इकरार सैफी, अरकान सैफी, मुहम्मद इरफ़ान , शाहनवाज बरकाती , हाजी इसरार बरकाती , हाजी मकबूल बरकाती, याकूब मलिक बरकाती, कमरुद्दीन मलिक, हसीन अहमद, इम्तियाज खान ,इमरान खान, आदि गणमान्य लोग मौजूद रहे अंत में सलातो सलाम पेश क्या गया और कौम ओ मिल्लत की भलाई , मुल्क में अमन ओ अमन , भाईचारे और खुशहाली की दुआ की गई।

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