सूर्य ग्रहण शुरू , आज से शनि देव कुंभ से निकलकर मीन में गोचर करेंगे

आज साल का पहला सूर्य ग्रहण और चैत्र अमावस्या है. यह सूर्य ग्रहण करीब 4 घंटे तक रहेगा। शनि देव कुंभ से निकलकर मीन में गोचर करेंगे। आज चैत्र कृष्ण अमावस्या तिथि, उत्तर भाद्रपद नक्षत्र, ब्रह्म योग, नाग करण, पूर्व का दिशाशूल और मीन राशि का चंद्रमा है।
आज साल का पहला सूर्य ग्रहण है, जो चैत्र अमावस्या पर्व पर है. आज चैत्र कृष्ण अमावस्या तिथि, उत्तर भाद्रपद नक्षत्र, ब्रह्म योग, नाग करण, पूर्व का दिशाशूल और मीन राशि का चंद्रमा है। आज दोपहर 2 बजकर 20 मिनट पर आंशिक सूर्य ग्रहण लगेगा, जो भारत में दिखाई नहीं देगा. इस वजह से इसका सूतक काल नहीं होगा। यह सूर्य ग्रहण करीब 4 घंटे तक रहेगा। इसके अलावा रात में 11:01 बजे शनि देव अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ से निकलकर मीन में गोचर करेंगे। मीन में शनि के गोचर से कुछ राशि के लोगों के जीवन में उथल-पुथल मचेगा, किसी पर साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रकोप होगा, तो कुछ राशियों को इससे मुक्ति मिलेगी। वहीं आज चैत्र अमावस्या पर स्नान और दान करने पाप मिटेंगे, पुण्य की प्राप्ति होगी।
स्नान के बाद पितरों के लिए तर्पण, पिंडदान, श्राद्ध, पंचबलि कर्म, दान आदि करते हैं, इससे पितर खुश होते हैं. पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। शनिवार की अमावस्या को शनि अमावस्या के नाम से जानते हैं। शनि अमावस्या और शनिवार व्रत भी है। इसमें शनि देव की पूजा करें. उनको सरसों या तिल के तेल चढ़ाएं। काले तिल, उड़द, काला कपड़ा, शमी के पत्ते, नीले और काले फूल अर्पित करें. गुलाब जामुन का भोग लगाएं। शनि चालीसा का पाठ करें और शनिवार व्रत की कथा सुनें। इससे शनि देव की कृपा प्राप्त होगी। आप शनि की पीड़ा से मुक्त हो सकते हैं।
साढ़ेसाती और ढैय्या के प्रभाव वाले लोग अच्छे कर्म करें, सत्य बोलें, दान करें और गरीबों की मदद करें. आप पर शनि देव खुश रहेंगे. वैदिक पंचांग से जानते हैं शनिवार के शुभ मुहूर्त, सूर्योदय, चंद्रोदय, सूर्य ग्रहण समय, पंचक, राहुकाल, दिशाशूल आदि।