mahashivaratri पर ब्राजील के शिव भक्त Prayagraj MahaKumbh में संगम स्नान को पहुंचे

महाकुंभ में इतिहास रचने की तैयारी, दो दिन में बनेंगे तीन विश्व रिकॉर्ड


प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान सोमवार और मंगलवार को तीन नए विश्व रिकॉर्ड बनाए जाएंगे। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड सहित अन्य तकनीकी संस्थानों के विशेषज्ञों की मौजूदगी में ये कीर्तिमान स्थापित किए जाएंगे। मेला प्रशासन पहले ही चार विश्व रिकॉर्ड बनाने की योजना बना चुका था, जिनमें से नदी स्वच्छता का एक रिकॉर्ड 14 फरवरी को बन चुका है। तीन नए विश्व रिकॉर्ड इस तरह होंगे: सोमवार, 24 फरवरी :15,000 सफाई कर्मचारी एक साथ झाड़ू लगाकर स्वच्छता का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाएंगे। यह रिकॉर्ड अरैल हेलीपैड मार्ग, परेड क्षेत्र, और झूंसी अखाड़ा मार्ग पर बनाया जाएगा। इससे पहले कुंभ-2019 में 10,000 सफाईकर्मियों के साथ यह रिकॉर्ड बनाया गया था। मंगलवार, 25 फरवरी : 10,000 लोगों के हैंड प्रिंट लेकर एक नया कीर्तिमान बनाया जाएगा। इसके लिए गंगा पंडाल और अन्य प्रमुख स्थलों पर कैनवास रखे जाएंगे। कुंभ-2019 में 7,500 लोगों के हैंड प्रिंट लेने का रिकॉर्ड बना था। शटल बस संचालन का नया रिकॉर्ड: एक साथ 550 से अधिक शटल बसों के संचालन का विश्व रिकॉर्ड बनाया जाएगा। यह जिम्मेदारी परिवहन विभाग को दी गई है। कुंभ-2019 में 500 बसों के संचालन का रिकॉर्ड बनाया गया था। महाकुंभ में रिकॉर्ड बनाने की इन कोशिशों के दौरान गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड और अन्य तकनीकी संस्थानों के विशेषज्ञ मौजूद रहेंगे। मेला प्रशासन के अनुसार, भीड़ को देखते हुए यह योजना आगे बढ़ाई गई है। मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और महाकुंभ में एक बार फिर इतिहास रचा जाएगा।

बने आस्था का केंद्र, स्वच्छता अभियान से बनेगा विश्व रिकॉर्ड


महाशिवरात्रि के अवसर पर महाकुंभ में विदेशी श्रद्धालुओं का आगमन जारी है। ब्राजील से आया शिव भक्तों का एक विशेष ग्रुप त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान की प्रतीक्षा कर रहा है। ग्रुप कोऑर्डिनेटर हेनरिक मोर के अनुसार, ये श्रद्धालु रियो डी जेनेरियो और साओ पाउलो से आए हैं, जहां भगवान शिव के मंदिर हैं। ब्राजीली ग्रुप के सदस्य पाओ फेलिपे ने बताया कि अधिकांश युवाओं ने भगवान शिव के प्रतीकों के टैटू गुदवा रखे हैं। त्रिशूल की आकृति वाले कुंडल, डमरू और महाकाल की आकृतियों से यह समूह भीड़ में अलग पहचान बना रहा है। महाकुंभ में आज बनेगा स्वच्छता का विश्व रिकॉर्ड आज दोपहर महाकुंभ में 15,000 से अधिक स्वच्छता कर्मी एक साथ सफाई अभियान चलाएंगे। यह प्रयास गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया जाएगा। इससे पहले, गंगा सफाई अभियान का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया जा चुका है, जिसमें 300 से अधिक कर्मियों ने घाटों की सफाई की थी। श्रद्धालुओं का संगम स्नान जारी, 65 करोड़ पहुंचने का अनुमान महाकुंभ का 43वां दिन चल रहा है और अब तक 62 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं। अंतिम महास्नान 26 फरवरी को होगा, जिसके लिए व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद किया जा रहा है। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए संगम स्नान करने वालों की संख्या 65 करोड़ पार होने की संभावना है।

महाकुंभ में श्रद्धालुओं ने देखा 440 साल पुराने ज्ञानवापी मंदिर का मॉडल


महाकुंभ में अब तक साढ़े चार करोड़ से अधिक श्रद्धालु 1669 में ध्वंस किए गए श्री आदि विश्वेश्वर ज्ञानवापी मंदिर के मॉडल के दर्शन कर चुके हैं। श्री आदि महादेव काशी धर्मालय मुक्ति न्यास द्वारा सेक्टर-19 में रखे गए इस मॉडल ने सनातनी श्रद्धालुओं का ध्यान आकर्षित किया। इसके साथ ही ज्ञानवापी सर्वे में मिले प्रतीक चिह्नों और मंदिर के ऐतिहासिक स्वरूप को भी प्रदर्शित किया गया। त्रिवेणी तट पर श्रीकृष्ण जन्मभूमि से जुड़े ऐतिहासिक दस्तावेज और तस्वीरों की भी प्रदर्शनी लगाई गई, जिसे साढ़े छह करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने देखा। पहली बार महाकुंभ में जन्मभूमि से जुड़े प्राचीन दस्तावेज और ऐतिहासिक साक्ष्यों को सार्वजनिक किया गया। आयोजकों ने बताया कि इन प्रदर्शनों का उद्देश्य सनातनी परंपराओं को जागरूकता के साथ आगे बढ़ाना है।

महाकुंभ में उमड़ा आस्था का सैलाब, अक्षय कुमार ने संगम में लगाई डुबकी


प्रयागराज महाकुंभ के 43वें दिन भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। अब तक 62 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में पवित्र स्नान कर चुके हैं। अभिनेता अक्षय कुमार भी महाकुंभ पहुंचे और पूजा-अर्चना के बाद संगम में डुबकी लगाई। स्नान के बाद उन्होंने कहा, “मैं यहां की बेहतरीन व्यवस्थाओं के लिए मुख्यमंत्री योगी जी का धन्यवाद करता हूं।”

प्रयागराज महाकुंभ : ट्रेनों में जबरदस्त भीड़, यात्रियों को हो रही परेशानी


प्रयागराज महाकुंभ मेले में जाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ ट्रेनों में उमड़ रही है, जिससे 23 फरवरी को अलीगढ़ स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई। ट्रेन में चढ़ने के लिए यात्रियों में धक्का-मुक्की हुई, वहीं गेट बंद होने के कारण यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। ट्रेनों के निरस्त होने से यात्रियों को सीटों के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है, जिसे संभालने के लिए जीआरपी और आरपीएफ को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। रेलवे ने स्थिति को देखते हुए ट्रेनों का ठहराव पांच से दस मिनट तक बढ़ा दिया है। भीड़ को देखते हुए प्रयागराज के लिए रोडवेज बसों की संख्या भी बढ़ाई गई है। रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक सत्येंद्र वर्मा के अनुसार, यात्रियों की सुविधा के लिए पर्याप्त बसों की व्यवस्था की गई है। 28 फरवरी तक 10 ट्रेनें रद्द रेलवे ने प्रयागराज में महाकुंभ मेले के चलते अलीगढ़ से होकर गुजरने वाली टूंडला-अलीगढ़, अलीगढ़-टूंडला, अलीगढ़-कानपुर मेमू, लिच्छवी एक्सप्रेस, नई दिल्ली-पुरी एक्सप्रेस, कालका मेल, जम्मू तवी-संबलपुर, नई दिल्ली-भागलपुर, आनंद विहार-रीवा एक्सप्रेस समेत 10 ट्रेनों को 28 फरवरी तक निरस्त कर दिया है।

महाकुंभ में जाम से श्रद्धालु परेशान, 19 किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम*
प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालुओं को शनिवार को भारी जाम का सामना करना पड़ा। वाहनों की धीमी रफ्तार के कारण धर्मनगरी के मुख्य मार्गों पर दिनभर रुक-रुककर जाम लगता रहा। शाम छह बजे रैपुरा से शिवरामपुर के बीच करीब 19 किलोमीटर लंबा जाम लग गया। पुलिस के अनुसार, हर घंटे करीब 1,500 से अधिक वाहन जिले की सीमा में प्रवेश कर रहे हैं, जिससे 24 घंटे में लगभग 45,000 वाहन गुजर रहे हैं। यातायात बाधित होने से 120 किलोमीटर की दूरी तय करने में आठ से नौ घंटे लग रहे हैं। महाराष्ट्र के एक श्रद्धालु को भरतकूप से कर्वी की 13 किमी दूरी तय करने में पांच घंटे लग गए। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर पानी और भोजन की किल्लत से लोग परेशान दिखे। राजस्थान के श्रद्धालु जाम में फंसने से बच्चों की भूख-प्यास से चिंतित रहे। देहरादून से आए एक यात्री को जाम के कारण तबीयत बिगड़ने पर भी समय से दवा नहीं मिल सकी। बुनियादी ढांचे की कमी से बढ़ी मुश्किलें मंदाकिनी पुल संकरा होने के कारण यातायात बाधित हो रहा है। खोह रेलवे क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज आठ साल से अधूरा पड़ा है, जिससे ट्रेन गुजरने पर जाम लग जाता है। महिला घाट पुल को जोड़ने वाली सड़क अधूरी होने से श्रद्धालुओं को कठिनाई हो रही है। यूपी-एमपी सीमा पर खराब सड़कों और गड्ढों के कारण वाहन धीमी गति से चल रहे हैं। प्रशासन का दावा एसपी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि हर छोटे-बड़े बाईपास का इस्तेमाल कर जाम को नियंत्रित करने का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस कर्मियों की ड्यूटी 12 घंटे की कर दी गई है और यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया गया है।

माघ मेले में खाक चौक के संतों की नई परंपरा, राजसी सवारी के साथ होगा अमृत स्नान


खाक चौक के संतों ने आगामी माघ मेले से एक नई परंपरा शुरू करने का निर्णय लिया है। अब से माघ मेले में खाक चौक के संत राजसी सवारी के साथ अमृत स्नान करेंगे। इसके लिए अमावस्या और वसंत पंचमी को विशेष स्नान तिथियां तय की गई हैं। शनिवार को खाक चौक पदाधिकारियों ने मेला प्राधिकरण को पत्र भेजकर आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने की मांग की है। खाक चौक पदाधिकारियों की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि माघ मेले में महंत, श्रीमहंत, महामंडलेश्वर एवं जगतगुरु अपने शिष्यों के साथ राजसी वैभव के साथ स्नान करेंगे। यह अमृत स्नान कुंभ के अमृत स्नान की तरह ही भव्य होगा। खाक चौक व्यवस्था समिति के प्रधानमंत्री जगतगुरु संतोषाचार्य ने बताया कि देशभर में 250 से अधिक खलासे और साधु-संत खाक चौक से जुड़े हुए हैं। सनातन परंपरा में अमावस्या और वसंत पंचमी के स्नान का विशेष महत्व है, इसलिए इन तिथियों को अमृत स्नान के लिए तय किया गया है। खाक चौक संत त्यागी और तपस्वी परंपरा से जुड़े हैं। वसंत पंचमी को वे धूना तापकर अपनी साधना आरंभ करते हैं। धूना की राख (खाक) ही इनकी पहचान बन गई, जिससे इस चौक का नाम खाक चौक पड़ा। खाक चौक पदाधिकारी माधवदास जी महाराज ने बताया कि माघ मेले में इस नई परंपरा को स्थापित करने के लिए मेला प्राधिकरण को पहले ही पत्र भेजा जा चुका है। उनसे विशेष स्नान व्यवस्था करने की मांग की गई है, जिससे आने वाले वर्षों में यह परंपरा सुचारू रूप से चलती रहे।

error: Content is protected !!