छह के सस्पेंड के बाद भी दो जेल अफसरों पर लटकी है कार्रवाई की तलवार
बरेली। प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड में माफिया अतीक अहमद का भाई अशरफ करीब तीन सालों से जिला जेल में बंद हैं। जिला जेल में ही बैठकर जेल अधिकारियों की मेहरबानी की वजह से उसने उमेश पाल हत्याकांड की पूरी कहानी लिखी और उसे अंजाम तक दिलवा दिया। इस मामले में जांच पड़ताल में यह साफ भी हो चुका है कि जेल के अधिकारी और कर्मचारी अशरफ को जेल में मौज कराते थे। जेल में बिना पर्ची गुर्गों से मुलाकात कराई जाती थी।पूरे मामले की जांच के बाद जेलर राजीव मिश्रा, डिप्टी जेलर दुर्गेश प्रताप सिंह, जेल वार्डर (सिपाही) शिवहरि अवस्थी, मनोज गौड़, ब्रजवीर सिंह, दानिश व दलपल सिंह को सोमवार की शाम सस्पेंड कर दिया गया था। जबकि दूसरे डिप्टी जेलर कृष्ण मुरारी गुप्ता को नोटिस जारी किया गया है। जेल अधीक्षक राजीव शुक्ला के विरुद्ध भी जांच रिपोर्ट भेजी गई है। दोनों ही अधिकारियों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है। कभी भी दोनों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।
जिला जेल में बंद माफिया अतीक के भाई अशरफ से सांठगांठ में जेलर राजीव मिश्रा, डिप्टी जेलर दुर्गेश प्रताप सिंह, जेल वार्डर (सिपाही ) शिवहरि अवस्थी, मनोज गौड़, ब्रजवीर सिंह, दानिश व दलपल सिंह को सोमवार की शाम सस्पेंड कर दिया गया था। जेलर और डिप्टी जेलर समेत अन्य का अब मुकदमे में नाम खोलने की तैयारी बिथरी पुलिस कर रही है। इसके साथ ही आज कोर्ट से मुकदमे में नामजद आरोपी सद्दाम और लल्ला गद्दी का एनबीडब्लू वारंट जारी हो सकता है।
बता दें कि जिला जेल में माफिया अतीक के भाई अशरफ का सिक्का चलता था। वह अपनी मर्जी के मुताबिक जेल के कमरे में अपने गुर्गों से मुलाकात करता था। अशरफ जेल में बैठकर ही अपने गुर्गों से अपराधिक घटनाएं कराता था।
पिछले दिनों गिरफ्तार हुए बंदी रक्षक शिवहरि अवस्थी और उसके गुर्गे दयाराम उर्फ नन्हे से पूछताछ में इसका खुलासा भी हो चुका है।इसके बाद डीजी जेल आनंद कुमार ने पूरे प्रकरण की जांच प्रभारी डीआईजी जेल आरएन पांडेय को सौंपी थी। डीआईजी की जांच में जेल अधीक्षक राजीव शुक्ला, जेलर राजीव मिश्रा, डिप्टी जेलर कृष्ण मुरारी गुप्ता, डिप्टी जेलर दुर्गेश प्रताप सिंह, जेल वार्डर (सिपाही ) शिवहरि अवस्थी, मनोज गौड़, ब्रजवीर सिंह, दानिश व दलपल सिंह को दोषी बताया गया है।
इस मामले में सोमवार को डीआईजी जेल आरएन पांडेय की रिपोर्ट पर जेलर राजीव मिश्रा, डिप्टी जेलर दुर्गेश प्रताप सिंह, जेल वार्डर (सिपाही ) शिवहरि अवस्थी, मनोज गौड़, ब्रजवीर सिंह, दानिश व दलपल सिंह को सोमवार की शाम सस्पेंड कर दिया गया था। सस्पेंश की कार्रवाई के बाद अब सभी का नाम मुकदमे में खोलने की तैयारी है। क्योंकि बिथरी में दर्ज मुकदमे में अज्ञात जेल अधिकारी और कर्मचारियों का भी नाम है।