बदलते परिवेश में पत्रकारों के समक्ष कई चुनौतियां : डॉ. विशेष गुप्ता

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लव इंडिया, मुरादाबाद। रविवार को विश्व संवाद केंद्र ने पत्रकार होली मिलन समारोह का आयोजन किया। कलेक्ट्रेट स्थित आईएमए हॉल में आयोजित होली मिलन समारोह में भारी तादाद में पत्रकारों ने भाग लिया।

इस मौके पर मेरठ से आए वरिष्ठ पत्रकार, स्तम्भकार डॉ हरेन्द्र सिंह ने विश्व संवाद केन्द्र द्वारा आयोजित ‘पत्रकार होली मिलन समारोह’ में संबोधित करते हुए कहा कि होली का त्यौहार हमारी सामाजिक समरसता, सांस्कृतिक एवं भारतीयता का प्रतीक है। होली का पर्व भारत में 2400 वर्षों से अधिक समय से मनाया जा रहा है। देश की छवि प्रस्तुत करने में पत्रकार की लेखनी की बहुत बड़ी भूमिका है और आप बखूबी अपनी भूमिका निभा रहे हैं। हम जानते हैं कि पत्रकार के जीवन में भी बहुत चुनौतियाँ हैं उन सबको फेस करते हुए पत्रकारिता करनी है।

कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ विशेष गुप्ता ने कहा कि होली मात्र एक धार्मिक त्योहार ही नहीं है यह ऋतु परिवर्तन, नई फसल के आगमन पर उत्साह एवं उल्लास का सूचक, सामाजिक समरसता, ऊँच-नीच का भेद समाप्त कर भाई-चारा एवं हमारी संस्कृति को जीवंत रखने का पर्व है।
शहर को आगे ले जाने में पत्रकारों की महती भूमिका है। सकारात्मक वातावरण बनाने में आपकी भूमिका है।


कार्यक्रम संयोजक पवन जैन ने कहा कि भारतीय संस्कृति की खूबसूरती विविधता है। होली पर्व भारत के विभिन्न प्रदेशों में होली को अलग-अलग स्वरूपों के साथ मनाया जाता है, होली उत्सव भारतीय नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा का यानि वर्ष परिवर्तन एवं ऋतु परिवर्तन, शीत से उष्ण की ओर ले जाने का द्योतक है।
उन्होंने कहा कि पत्रकारिता मात्र व्यवसाय नहीं एक मिशन है, पत्रकार का एक धर्म है लोकतांत्रिक व्यवस्था में पत्रकार का महत्वपूर्ण कार्य लोकतांत्रिक मूल्यों की स्थापना एवं रक्षा करना है। जनमत निर्धारण की दिशा में पत्रकार की महत्वपूर्ण भूमिका है। बदलते परिवेश में पत्रकारों के समक्ष कई चुनौतियां हैं। समाचार का विश्लेषण जरूरी है। आखिर कोई घटना क्यों घटी। इसकी जानकारी आमजन को मिलनी ही चाहिए। सकारात्मक विषयों के प्रकाश के साथ पत्रकार समाज जागरण का महत्वपूर्ण उत्तरदायित्व निभाता है।

विश्व संवाद केंद्र, मेरठ के प्रतिनिधि के रुप में उपस्थित प्रीतम सिंह ने कहा कि होली ऊंच-नीच और भेदभाव खत्म करती है। उन्होंने कहा कि होली जैसे त्यौहार प्रेम, सद्भाव का संदेश देते हैं। उन्होंने सभी से एकजुटता बनाए रखने का आह्वान किया।

इस अवसर पर दुष्यंत बाबा, श्री कृष्णा शुक्ल एवं डॉ मनोज रस्तोगी ने हास्य व्यंग की कविताओं से सदन को ठहाकों से गुंजा दिया। सरस्वती वन्दना का पथ डॉ प्रेमवती उपाध्याय द्वारा किया गया।

इस अवसर पर विश्व संवाद केन्द्र के कार्यकर्त्ता प्रशांत मिश्रा, डॉ सत्यवीर सिंह, डॉ मुदित सिंघल, सचिन कुमार, हरिमोहन गुप्ता सहित महानगर के सभी प्रमुख समाचार पत्र-पत्रिकाओं, चैनल, पोर्टल एवं एजेंसियों के वरिष्ठ पत्रकार उपस्थित थे। कार्यक्रम का समापन वंदे मातरम के साथ किया गया। संजीव चौधरी ने आभार व्यक्त किया कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार डॉ मनोज रस्तोगी ने किया। कार्यक्रम का समापन वंदे मातरम के साथ किया गया।

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