health workers: 35-40 वर्ष की सेवा के बाद कर्मचारी को सेवानिवृत्ति पर मात्र दो हजार की पेंशन, मंजूर नहीं

लव इंडिया, मुरादाबाद। केन्द्र सरकार द्वारा यूपीएस (यूनिफाइड पेंशन स्कीम) 1 अप्रैल 2025 लागू किया जाना प्रस्तावित है। इसके विरोध में काला फीता बांधकर आज जिला चिकित्सालय मुरादाबाद में समस्त विभाग के कर्मचारियों ने यूपीएस / एनपीएस को लेकर प्रदर्शन किया।

डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष सन्दीप बडोला ने बताया कि.1 जनवरी 2004 को केंद्र सरकार द्वारा पुरानी पेंशन व्यवस्था को समाप्त कर शेयर बाजार पर आधारित नई पेंशन व्यवस्था को लागू कर देश के शिक्षकों एवं कर्मचारियों की भविष्य की सुरक्षा

डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष सन्दीप बडोला ने बताया कि पूंजीपतियों के हवाले किया गया जो पूर्णतः असंवैधानिक है।नई पेंशन व्यवस्था के अंतर्गत सेवानिवृत होने वाले शिक्षक कर्मचारी आज आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं। यूपीएस नई पेशन स्कीम से भी खराब है दोनों स्वीकार नहीं है।
अटेवा जिला महामंत्री हेमन्त चौधरी ने बताया पुरानी पेंशन कर्मचारियों की सामाजिक सुरक्षा है। बुढ़ापे का सहारा है सरकार ने इसे छीन लिया है कर्मचारी पुरानी पेंशन की माँग कर रहे सरकार पुरानी पेंशन न देकर यूपीएस लेकर आयी है जिसे लेकर कर्मचारियों में रोष उत्पन्न है पुरानी पेंशन के अलावा कुछ स्वीकार करने के मूड में नहीं है।

अटेवा के जिला महामंत्री ने कहा कर्मचारी शिक्षकों को पुरानी पेंशन की व्यवस्था को बहाल किया जाए। उन्होंने कहा नई पेंशन स्कीम /यूपीएस कर्मचारियों के लिए छलावा है। 30 से 40 वर्ष की सेवा करने के पश्चात कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति पर मात्र दो ₹2000 की पेंशन मिल रही है जिससे सेवानिवृत्ति के पश्चात कर्मचारियों का जीवन अंधकारमय हो रहा है।

प्रदर्शन में मुख्य रूप से निश्चल भटनागर, राजकीय नर्सेज संघ की अध्यक्ष पूनम मैसी जिला मंत्री प्रतिमा शर्मा, शशांक शाही, सुशील, पुष्पा, अर्चना, मीनाक्षी,सीमा भारती,योगेश राजपूत, शिवप्रसाद रतूड़ी, राजेश पाठक,सुशील, शशांक साही, पंकज पाण्डेय, हरीश चौहान, संजीव, मक़सूद,शेखर आदि उपस्थित रहे।