Moradabad Lok Sabha: सर्वेश सिंह जीतते हैं तो यह सीट रिक्त घोषित हो जाएगी
Moradabad Lok Sabha election will not be cancelled: नियमों के अनुसार वोटिंग से पहले किसी राजनीतिक दल के प्रत्याशी के निधन पर चुनाव कैंसिल हो जाता है। मुरादाबाद में वोटिंग हो चुकी है। ऐसे में यहां चुनाव कैंसिल का कोई मतलब नहीं है और ना ही काउंटिंग पर। फिलहाल, कोई असर नहीं होगा। लेकिन मतगणना के दिन मतगणना में अगर भाजपा प्रत्याशी कुंवर सर्वेश सिंह जीतते हैं तो मुरादाबाद लोकसभा सीट रिक्त घोषित हो जाएगी और चुनाव की प्रक्रिया दोबारा होगी। इसके लिए चुनाव आयोग नई तारीख का निर्धारण भी करेगा।
क्या कहता है जन प्रतिनिधित्व अधिनियम?
अधिनियम की धारा 52 (2) के अनुसार ऐसे मेंनिर्वाचन आयोग मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल(जिसके उम्मीदवार की मृत्यु हो गई है) से दूसरे उम्मीदवार को नामांकित करने के लिए कहता है। नियमों के अनुसार वोटिंग से पहले किसी राजनीतिक दल के प्रत्याशी के निधन पर चुनाव कैंसिल हो जाता है। मुरादाबाद में वोटिंग हो चुकी है। ऐसे में काउंटिंग पर फिलहाल कोई असर नहीं होगा। मतगणना के बाद अगर सर्वेश सिंह जीतते हैं तो यह सीट रिक्त घोषित हो जाएगी और चुनाव की प्रक्रिया दोबारा होगी।
जब मौत के बाद चुनाव जीतीं थीं YSR की उम्मीदवार
राजस्थान में 2018 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भी ऐसा ही कुछ हुआ था। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) उम्मीदवार लक्ष्मण सिंह की हृदय गति रुकने से मौत हो गई। वह अलवर जिले के रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे थे जिसे स्थगित कर दिया गया। वहीं, एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) के उम्मीदवार की चुनाव प्रचार के दौरान सड़क हादसे में मौत हो गई। 2014 में कुरनूल जिले की अल्लागड्डा सीट से भूमा शोभा नागी रेड्डी कैंडिडेट थीं। उनकी मौत के बाद इलेक्शन टाला नहीं गया और उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी तेलुगु देशम पार्टी के जी प्रभाकर रेड्डी को करीब 18,000 वोटों से हरा दिया। मगर, बाद में चुनाव आयोग ने इस विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव की घोषणा की। ईसी ने इस सीट पर चुनाव इसलिए रद्द नहीं किया क्योंकि YSR कांग्रेस मान्यता प्राप्त पार्टी नहीं थी।