स्वामी प्रसाद मौर्य 30,000 से अधिक वोटों से पीछे, हार तय
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी को छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य 30,000 से अधिक वोटों से पीछे चल रहे हैं और ऐसा लगता है कि उनका हारना लगता है मालूम हो कि उत्तर प्रदेश की चक विधानसभा सीटों में सर्वाधिक चर्चाओं में फाजिलपुर विधानसभा सीट भी है जहां से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी स्वामी प्रसाद मौर्य चुनाव लड़ रहे हैं और समाजवादी पार्टी में शामिल होने से पहले वह भारतीय जनता पार्टी में थे प्रदेश की सरकार में मंत्री थे लेकिन उन्होंने चुनावों से कुछ समय पहले ही भारतीय जनता पार्टी को यह कह अलविदा कह दिया था कि भाजपा ने कमजोर और पिछड़े प्रति लोगों के लिए काम नहीं किया इसलिए उन्होंने कमजोर पिछले बस को न्याय दिलाने के लिए समाजवादी पार्टी का दामन थामा है और समाजवादी पार्टी ही उत्तर प्रदेश में 10 मार्च को सत्ता में आ रही है लेकिन समाजवादी पार्टी को सत्ता में लाने का दम भरने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य खुद सियासी चक्रव्यूह में फंस गए हैं और वह हाजीपुर में अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सुरेंद्र कुशवाहा से 30,000 से अधिक वोटों से पीछे चल रहे हैं फाजिलपुर में अब तक 21 बार आउट की गणना हो चुकी है और यहां पर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सुरेंद्र सिंह स्वामी प्रसाद मौर्य से 26347 वोटों से बढ़त बनाए हुए हैं।