नेताजी के दिल के अरमां आंसुओं में बह गए
उमेश लव, LOVE INDIA: जी हां, उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों के ऐलान के साथ ही कई ऐसे नेता है जो पांच साल से दिन रात एक किए हुए थे और उम्मीद थी कि पार्टी उन्हें टिकट देगी और जीतने के बाद विधायक बनके उत्तर प्रदेश विधानसभा में अगले 5 साल राज करेंगे लेकिन इन दो नेताओं का हाल देखिए। दोनों के दिल के अरमां आंसुओं में बह गए। इनमें एक नेताजी तो जान देने पर आमादा हो गए जबकि दूसरे लाखों रुपए गंबाने के बाद पुलिस के सामने ही फूट-फूट कर रो पड़े।
टिकट नहीं मिला तो सपा नेता ने किया आत्मदाह का प्रयास
ध्यान से देखिए नेता जी को। समाजवादी पार्टी से अलीगढ़ की छर्रा विधानसभा से टिकट मांग रहे थे। लोग इन्हें ठाकुर आदित्य के नाम से जानती है। कहते हैं कि बरसों से समाजवादी पार्टी के लिए विपरीत परिस्थितियों में काम कर रहे थे और 20 22 में साइकिल को सत्ता में लाने जा रहे थे और यह जब भी मिला करते थे तो हाईकमान के बड़े-बड़े नेता इन्हें टिकट का होने का वादा करते थे लेकिन ऐन वक्त पर सब कुछ बदल गया पार्टी ने ठाकुर साहब को टिकट नहीं दिया इस पर यह होशोहवास खो बैठे और समाजवादी पार्टी कार्यालय के सामने ही जान देने पर उतारू हो गए अर्थात आत्महत्या करना चाहते थे लेकिन किसी तरह पुलिस ने हिरासत में लिया और बचा लिया।
दिए 67 लाख, नहीं मिला टिकट तो फूट-फूट कर रोए बसपा के नेताजी
…और यह दूसरे नेता की अपने यूपी के मुजफ्फरनगर के ही हैं यह अलग बात है कि उन्होंने जान देने की कोशिश नहीं की लेकिन 5 साल से टिकट की आस लगा बैठै नेताजी अपनी जमा पूंजी पूरी तरह गवां चुके हैं।
यह नेताजी है अरशद राणा। टिकट ना मिलने के कारण मुजफ्फरनगर थाने में फूट फूट कर रोए। BSP नेता अरशद राणा बोले BSP नेता ने टिकट दिलवाने के नाम पर 67 लाख रुपए लिए थे, अब अगर पैसे वापस नहीं मिला तो आत्मदाह करेंगे। फिलहाल सच्चाई कुछ भी हो लेकिन इतना तय है कि लखनऊ और दिल्ली के राजनीतिक गलियारों की हैसियत ही कुछ और है और इसमें जाने के लिए नेताजी हद से आगे बढ़ जाते हैं यह अलग बात है कि वक्त के साथ कुछ सत्ताधारी हो जाते हैं तो कुछ विरोधी लेकिन इन दोनों को आप क्या कहेंगे तो वहीं दोनों के दो दिल के अरमां आंसुओं में रह गए और फिलहाल इनकी स्थिति आसमान से गिरे खजूर पे अटके के समान सी हो गई है।