“ब्रह्मस्वरूपा, कामधेनु तथा समस्त देवों की प्रतिनिधि वाग्देवी सरस्वती”
लव इंडिया, संभल। वसंत पंचमी कार्यक्रम आज श्री बालाजी ज्ञान ज्योति संस्थान हल्लू सराय में वसंत पंचमी का त्योहार हर्षोल्लाह से मनाया गया। जिसमें बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। सर्वप्रथम मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख विद्यालय के प्रबंधक दीपक शर्मा, प्रधानाचार्य विकास कुमार वर्मा, दुष्यंत मिश्रा एवं समस्त स्टाफ द्वारा मां सरस्वती की पूजा अर्चना की गई। साथ ही बच्चों द्वारा मां सरस्वती की स्तुति व वंदना का गायन किया गया।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य विकास कुमार वर्मा ने अपने वक्तव्य में कहा कि माघ महीने की शुक्ल पंचमी को वसंत पंचमी के नाम से जाना जाता है। वसंत की शुरुआत इस दिन से होती है। मां सरस्वती को बुद्धि, ज्ञान और कला की देवी कहा जाता है। मौसमी फूलों और चंदन से सरस्वती पूजा की जाती है। वसंत पंचमी होली की तैयारियों की शुरुआत का भी प्रतीक है, जो वसंत पंचमी के चालीस दिन बाद शुरू होती है। भारत में वसंत पंचमी के दौरान सरसों के फूल खिलते हैं और यह त्योहार पीले रंग से जुड़ा है। इस दिन शिक्षा, रचनात्मकता और संगीत के प्रतिनिधि के रूप में पूजा की जाती है।
प्रबंधक दीपक शर्मा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा भारतीय वसंत पंचमी के पर्व से ही ‘वसंत ऋतु’ का आगमन होता है। शांत, ठंडी, मंद वायु, कटु शीत का स्थान ले लेती है तथा सब को नवप्राण व उत्साह से स्पर्श करती है। धार्मिक मान्यता ब्राह्मण-ग्रंथों के अनुसार वाग्देवी सरस्वती ब्रह्मस्वरूपा, कामधेनु तथा समस्त देवों की प्रतिनिधि हैं। ये ही विद्या, बुद्धि और ज्ञान की देवी हैं। वसंत ऋतु को ऋतुओं का राजा अर्थात् सर्वश्रेष्ठ ऋतु माना गया।
एम०जी०एम० डिग्री कॉलेज केभूगोल के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर दुष्यंत मिश्रा ने कहा वसंत पंचमी के शुभ अवसर पर ही हिंदी के महान साहित्यकार सूर्यकांत त्रिपाठी निराला जी का भी जन्म हुआ जिन्होंने हिंदी साहित्य को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने में अपना अहम योगदान दिया। आज का दिन खुशियों, उत्साह, उमंग और उल्लास का दिन है। अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
कार्यक्रम के दौरान छात्र-छात्राओं द्वारा वसंत पंचमी और होली के सुंदर और मनमोहक गीतों पर सांस्कृतिक प्रस्तुति दी। तद्उपरांत बच्चों को प्रसाद वितरित किया गया। इस दौरान अनीता श्रीवास्तव, शेखर कुमार, आकांक्षा ठाकुर ,ज्योति, नंदिनी, पारुल ठाकुर, रूपाली, संजय कोठारी आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता दीपक शर्मा व संचालन अदिति वर्मा ने किया।