National Lok Adalat: मुरादाबाद में 16 हजार से अधिक वादों का किया गया निस्तारण
मुरादाबाद। शनिवार को जनपद न्यायाधीश डॉ अजय कुमार ने दीप प्रज्वलित कर राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारम्भ करते हुए दिव्यांगों को तिपहिया साइकिल का वितरण भी किया। जिला जज डॉ अजय कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्देश्य आम जनता को त्वरित न्याय दिलाना है, जिससे दोनों पक्षों में आपसी वैमनस्यता दूर हो सके, देर शाम तक लगी अदालत में 16232 वादों का निस्तारण किया गया।
एडीजे एवं प्रभारी सचिव विमल वर्मा ने कहा, यह जानकर खुशी हो रही है कि इस वर्ष की अंतिम राष्ट्रीय लोक अदालत ने पिछले साल के रिकॉर्ड को पार कर लिया है और राष्ट्रीय लोक अदालतों के आयोजन से छोटे-छोटे मामलों का निस्तारण बड़ी आसानी से हो रहा है, जिससे न्यायालयों पर भी मुकदमों का बोझ कम हो रहा है।राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न प्रकृति के 15 हजार 653 शमन योग्य वादों का निस्तारण किया गया।
आरोपितों पर 14 लाख 7 हजार 970 रुपये अर्थदंड आरोपित किया गया, वैवाहिक एवं भरण पोषण संबंधी 29 मामलों का निस्तारण परिवार न्यायालय एवं अपर परिवार न्यायालय द्वारा आपसी सुलह समझौते के आधार पर कराया गया।उत्तराधिकार के कुल 41 मामले निस्तारित कर 26 लाख 56 हजार 544 रुपये के प्रमाण-पत्र जारी किये गये। लघु प्रकृति के मामले जैसे लेबर एक्ट, बाट माप अधिनियम, मोटर वाहन अधिनियम आदि से संबंधित मामलों का भी निस्तारण किया गया।
मोटर वाहन दुर्घटना प्रतिकर से संबंधित कुल 101 मामलों का निस्तारण करते हुए पीड़ितो व उनके स्वजनों को चार करोड़ 55 लाख 5 हजार रुपये देने के आदेश दिए गए। विभिन्न बैंकों एवं वीएसएनएल से संबंधित कुल 773 मामलों का निस्तारण कर छह करोड़ एक लाख 57 हजार 491 रुपये की वसूली की गयी, इस मौके पर प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय अरविन्द मलिक, पीठासीन अधिकारी भूमि अर्जन पुनर्व्यवस्थापन प्राधिकरण रविन्द्र सिंह, पीठासीन अधिकारी वाणिज्यिक न्यायालय अंगद प्रसाद, पीठासीन अधिकारी एमएसीटी शिवानन्द सिंह,, नोडल अधिकारी राष्ट्रीय लोक अदालत सुनील कुमार, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सहित अन्य न्यायिक अधिकारीगण व बैंक पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।