‘ताइक्वांडो प्रतियोगिता: …तो राष्ट्रीय स्तर पर इसलिए ‘मात’ खा जाते हैं खिलाड़ी’

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लव इंडिया, मुरादाबाद। प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार नए खिलाड़ियों की प्रतिभाओं को सामने लाने के लिए प्रदेश भर के स्कूलों में विभिन्न खेल प्रतियोगिताएं कराती है। लेकिन,  सरकार की ‘भविष्यमय’ योजना को किस तरह से विभागीय अधिकारियों द्वारा चूना लगाया जा रहा है। जी हां, यही कड़वा सच है और इसीलिए कोई भी अधिकारी इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।

उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार के आने के बाद परिषदीय, माध्यमिक और शासकीय महाविद्यालयों में शिक्षा और खेलों का स्तर सुधारने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है लेकिन इसका दूसरा पहलू भी है जो कड़वा है और वह, यह है कि मुरादाबाद मंडल में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा माध्यमिक प्रतियोगिताओं के बीच मंडलीय स्तरीय ताइक्वांडो प्रतियोगिता नहटौर (बिजनौर) के श्याम नारायण सिंह स्मारक इंटर कॉलेज में 31 अक्टूबर 2022 को कराई गई। इस प्रतियोगिता के दौरान ओवर वेट खिलाड़ियों से कई प्रतिभागी (छात्र-छात्राएं) चोटिल हुए जिनको कोई भी फर्स्ट एड एवं मेडिकल सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई। इतना ही नहीं, शासनादेश के मुताबिक यह प्रतियोगिता सीसीटीवी की निगरानी में होनी थी लेकिन यहां पर कुछ भी नहीं था।
इस सबके अलावा, प्रतियोगिता के लिए अनक्वालिफाइड रेफ्रियों को रखा गया ताकि अपने चहेतों को विजयश्री का खिताब दिला सके। यही हुआ भी आरोपों को मानें तो प्रतियोगिता में धांधली करते हुए जीत की ओर अग्रसर कुछ खिलाड़ियों को जानबूझकर हरा दिया गया। प्रतिभागी खिलाड़ियों के कोच ने जब प्रोटेस्ट फाइल की तो उनकी भी कोई सुनवाई नहीं की गई।

फिलहाल,  इस मामले की शिकायत संयुक्त शिक्षा निदेशक द्वादश मंडल मुरादाबाद मनोज कुमार द्विवेदी से की गई और यह शिकायत की आरटीआई एक्टिव पवन कुमार अग्रवाल ने की। उन्होंने जिला विद्यालय निरीक्षक, बिजनौर को जांच कमेटी बनाते हुए जांच कराने के आदेश दिए हैं। इस जांच कमेटी में बिजनौर के राजकीय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य धर्मवीर सिंह, मुरादाबाद के आर्यन्स इंटरनेशनल स्कूल के ताइक्वांडो कोच विक्रांत सिंह और जिला ताइक्वांडो एसोसिएशन के शहवेज अली को शामिल किया गया। तीन नवंबर 2023 को गठित कमेटी को जांच कर एक सप्ताह में रिपोर्ट देनी है।

उक्त जांच कमेटी में सम्मिलित जांच अधिकारी आरोपित रेफरी के जूनियर रेफरी रहे। जिनका ना तो जांच रिपोर्ट लिखना आया और ना ही शिकायत पढ़ने के बाद शिकायती बिंदुओं पर जांच की गई।

फिलहाल इस मुद्दे पर पक्ष जानने के लिए संयुक्त शिक्षा निदेशक द्वादश मुरादाबाद और उपरोक्त प्रतियोगिता के कोच ने मोबाइल फोन रिसीव नहीं किया। मगर कई मोबाइल रिसीव न होने के बाद प्रतियोगिता समन्वयक जीवन सिंह की खुद कॉल आई। उन्होंने बताया कि वह नहीं गए थे। शिकायत पर तीन सदस्यीय कमेटी गठित है और गुरुवार (23/11/2023) की शाम तक रिपोर्ट नहीं आई थी।

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