अवैध तरीके से ‘गर्भपात’ कर मां बनने का सपना चूर-चूर और जान जोखिम में डालने वाले ‘जीवनदान हॉस्पिटल’ का मामला जाएगा मुख्यमंत्री के द्वार

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लव इंडिया, मुरादाबाद। अवैध तरीके से ‘गर्भपात’ कर मां बनने का सपना चूर-चूर और जान जोखिम में डालने वाले ‘जीवनदान हॉस्पिटल’ का मामला अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वार जाएगा क्योंकि स्वास्थ विभाग के आला अफसरों ने अवैध जीवनदान की तरफ से आंखें मूंद ली हैं।

लव इंडिया नेशनल ने इसी 10 फरवरी को ‘जीवनदान’ ने हमेशा के लिए छीन लिया रेहाना का मां बनने का सपना, जूझ रही मौत से… शीर्षक से अपने पाठकों को जीवनदान हॉस्पिटल की कारगुजारी से अवगत कराया था तो यह उम्मीद हो गई थी कि पूरी तरह अवैध तरीके से संचालित जीवनदान हॉस्पिटल पर अब बड़ी कार्यवाही होगी लेकिन ऐसा हुआ नहीं क्योंकि मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के संबंधित नोडल अधिकारी इस्लामनगर तो गए और उन्होंने कार्यवाही भी की लेकिन उन्हें जीवनदान हॉस्पिटल नजर नहीं आया जिसने भोजपुर थाना क्षेत्र के गांव गोहरपुर निवासी असुदुद्दीन की बेगम रेहाना के जीवन को खतरे में डाल दिया था क्योंकि झोलाछाप द्वारा संचालित जीवनदान हॉस्पिटल की बिना डिग्री धारी अनुभवीडॉक्टर ने रेहाना का गर्भपात कर दिया और जब यह पहली बार पूरी तरह से नहीं हुआ तो दूसरी बार भी गर्भपात किया इसका परिणाम यह हुआ की रेहाना को सेप्टिक हो गया और जान जोखिम में पड़ गई इस पर रेहाना को मुरादाबाद में जेल के पीछे एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया जहां रेहाना की शान को बचाने के लिए उसकी बच्चेदानी को निकाल दिया था।

इस पूरे मामले में शुरू में मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय ने सख्त कार्यवाही के संकेत दिए थे लेकिन बाद में यह कार्यवाही टाय टाय फिश हो गई और जीवनदान हॉस्पिटल को हरी झंडी देते हुए जीवनदान दे दिया गया। फिलहाल अब इस पूरे मामले को लेकर भारत रक्षा सेना बेहद सख्त है और उसने दो टूक कहा है की मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय कि इस पूरे मामले में भूमिका सवालों के घेरे में है इसलिए भारत रक्षा सेना इस मामले को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दरबार में ले जाएगी ताकि जीवनदान अस्पताल के संचालकों के साथ-साथ जिम्मेदार अफसरों की आंख में चोली पर भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बुलडोजर चल सके।

यह है पूरा मामला…. ‘जीवनदान’ ने हमेशा के लिए छीन लिया रेहाना का मां बनने का सपना, जूझ रही मौत से

उमेश लव, लव इंडिया, मुरादाबाद। यह एक ऐसे अस्पताल की कहानी है जो बुलडोजर बाबा के स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी की कृपा पात्र से लोगों के जीवन से खिलवाड़ कर रहा है और इसका नाम है जीवनदान हॉस्पिटल जिसने फिलहाल एक महिला की या यूं कहें पूरे परिवार की खुशियों को छीन लिया है क्योंकि इस अस्पताल के स्वयंभू डिग्री धारी झोलाछाप ने गर्भपात की आड़ में एक महिला को मौत के मुंह में झौंक दिया है जो फिलहाल मौत और जिंदगी के बीच संघर्ष कर रही है। यह अलग बात है कि जीवन बचाने के लिए इस महिला का हमेशा हमेशा के लिए मां बनने का सपना भी खत्म हो गया है।

इस पूरे मामले में शुरू में मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय ने सख्त कार्यवाही के संकेत दिए थे लेकिन बाद में यह कार्यवाही टाय टाय फिश हो गई और जीवनदान हॉस्पिटल को हरी झंडी देते हुए जीवनदान दे दिया गया फिलहाल अब इस पूरे मामले को लेकर भारत रक्षा सेना और

28 जनवरी को गोहरपुर निवासी असुदुद्दीन ने अपनी पत्नी रहाना को गर्भ ठहरने पर भोजपुर थाना क्षेत्र के इस्लामनगर के ‘जीवनदान हॉस्पिटल’ में भर्ती कराया था जहां पर औजारों की द्वारा महिला का गर्भपात एक बार नहीं दो बार किया गया। ये गैरकानूनी काम एक झोलाछाप महिला डाॅक्टर ने किया। भ्रूण हत्या करते समय महिला की बच्चेदानी में बड़ा जख्म बन गया और खून निकलना शुरू हो गया। कुछ दिन बाद बच्चेदानी में सैफ्टिक बन गई तो महिला की हालत बिगड़ी तो पति ने फिर उसी झोलाछाप महिला डाॅक्टर से शिकायत की तो हॉस्पिटल संचालक आसिम ने आनन फानन में महिला की जान खतरे में देखकर महानगर में जेल के पीछे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पर प्रशिक्षित महिला डाक्टर ने जान बचाने के लिए महिला की बच्चेदानी को निकालकर सफल आपरेशन किया लेकिन अभी महिला खतरे से बाहर नहीं है। फिलहाल, पंजीकरण के इस हॉस्पिटल के संचालक आसिम से जब इस संबंध में जानकारी जुटाई गई तो उसने बताया कि वह एक सप्ताह से अस्पताल नहीं गया। इस संबंध में महिला के पति ने बताया कि मैं एक अच्छा अस्पताल समझकर गया था लेकिन मेरी पत्नी की जान से खिलवाड़ किया है, उसके खिलाफ मैं कार्यवाही चाहता हूं।

आइए जाने जीवनदान हॉस्पिटल के बारे में

जीवनदान हॉस्पिटल जनपद के भोजपुर थाना अंतर्गत इस्लामनगर में संचालित है और यह अभी लगभग 1 माह पहले ही शुरू हुआ है यह मुख्य मार्ग से कुछ हटकर है लेकिन इसका प्रचार प्रसार कुछ इस तरह किया गया है कि यह अच्छे अच्छे अस्पतालों को मात दे रहा है क्योंकि इस अस्पताल के संचालक आसिम ने गांव-गांव प्रचार-प्रसार के तहत आशा और आंगनबाड़ियों को ही नहीं बल्कि एएनएम को भी आकर्षित कर रखा है और इस सब के विपरीत सबसे खास बात यह है कि यह अस्पताल स्वास्थ विभाग के उन अधिकारियों की कृपा से संचालित हैं जिनके कंधों पर बुलडोजर बाबा की सरकार ने अंकुश लगाने का जिम्मा सौंपा हुआ है। यह खास बात यह है कि यह सुधार पूरी तरह से झोलाछाप चला रहे हैं और कोई भी डॉक्टर या स्टॉप यहां शासन द्वारा मानक के तहत नहीं है।

डॉक्टर संजीव बलवान को नहीं नजर आया जीवनदान

शासन में मुरादाबाद जिले में झोलाछाप डॉक्टरों को रोकने और ऐसे डॉक्टरों द्वारा संचालित अस्पतालों पर अंकुश लगाने का जिम्मा उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर संजीव बेलवाल को सौंपा हुआ है और 2 दिन पहले भी इसी अभियान के तहत डॉक्टर संजीव बेलवान इस्लामनगर गए थे जहां उन्होंने दो अस्पतालों को सील किया था क्योंकि यह शासन द्वारा मानकों के तहत नहीं चल रहे थे लेकिन खास बात यह है कि डॉक्टर संजीव बेलवाल को जीवनदान हॉस्पिटल नजर नहीं आया जिसे पूरी तरह से झोलाछाप डॉक्टर संचालित कर रहे हैं और मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में भी अभी तक इसका पंजीकरण नहीं है।

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