नेताजी से था आत्मीय रिश्ता, डॉक्टरेट ऑफ लैटर की मानद उपाधि दी थी टीएमयू ने

Uttar Pradesh युवा-राजनीति

स्मृति शेष: श्री मुलायम सिंह यादव 2013 में तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के दूसरे दीक्षांत समारोह में आए थे। टीएमयू ने दी थी डॉक्टरेट ऑफ लैटर की मानद उपाधिबांटी गई थीं 1523 डिग्रियां। संग आए थे अखिलेश यादव भी। कैंपस में कॉलेज ऑफ नर्सिंग का भी किया था लोकार्पण। मुलायम सिंह बोले थे, विकास और शिक्षा एक ही सिक्के के दो पहलू

प्रो.श्याम सुंदर भाटिया,लव इंडिया। देश के कद्दावर नेता श्री मुलायम सिंह यादव का संबंधों को बनाने और निभाने में कोई सानी नहीं है।सियासी खेमों से परे वह हमेशा व्यक्तिगत रिश्तों को भी तरजीह देते थे। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के संग भी उनके आत्मीय रिश्ते थे। यह मानना है, टीएमयू के कुलाधिपति श्री सुरेश जैन का।

उल्लेखनीय है,श्री यादव ने 20अक्टूबर,2013 में आयोजित दूसरे दीक्षांत समारोह में बतौर ख़ास मेहमान शिरकत की थी। तत्कालीन सीएम एवम् उनके सुपुत्र श्री अखिलेश यादव भी साथ में आए थे। जीवीसी श्री मनीष जैन नेताजी का भावपूर्ण स्मरण करते हुए कहते हैं, नेताजी अपने सारगर्भित संबोधन से दीक्षांत समारोह में आए हजारों स्टुडेंट्स को ऊर्जावान कर गए थे। इस मौके पर कुलाधिपति श्री सुरेश जैन ने श्री मुलायम सिंह यादव को डॉक्टरेट ऑफ लैटर की मानद उपाधि दी थी।

श्री यादव ने छात्रों को अपने आशीर्वचन में कहा था, शिक्षा और विकास एक सिक्के के दो पहलू हैं। युवाओं के शिक्षित होने से ही देश खुशहाल होगा। साथ ही नसीहत देते हुए बोले,तालीम गुणवत्तापरक होनी चाहिए,जिसमें सिर्फ डिग्री नहीं, बल्कि ज्ञान भी होना चाहिए। अंत में वह स्टुडेंट्स को यह अनमोल सलाह भी नहीं देना भूले,युवा एजुकेशन को समाज हित में लगाएं।

कुलाधिपति श्री सुरेश जैन और जीवीसी श्री मनीष जैन दीक्षांत समारोह की मधुर स्मृतियों को याद करते हुए कहते हैं,वह ज़मीन से जुड़े इंसान थे।आम आदमी का दर्द हमेशा उनके चिंतन में रहता था। एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्री अक्षत जैन भी श्री मुलायम सिंह यादव के देहावसान पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उम्मीद जताते हैं,उनके पुत्र एवम् पूर्व सीएम श्री अखिलेश यादव पिताश्री के अधूरे सपनों और युवाओं के कल्याणार्थ कामों को मुकम्मल करेंगे।

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