बाप रे! सीएमओ बेखबर, बिना पंजीकरण के ही एसीएमओ ने खुलवा दिया गंगा नर्सिंग होम

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लव इंडिया, मुरादाबाद । मालूम हो कि हाईकोर्ट ने ग्रामीण क्षेत्रों में झोलाछाप डॉक्टरों के इलाज पर रोक लगाने के लिए राज्य सरकार को निर्देश दिए थे लेकिन स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत के कारण गांव क्षेत्र में खुलेआम झोलाछाप डॉक्टर्स मरीजों का इलाज कर उनकी जिन्दगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। आए दिन झोलाछपों के गलत इलाज से मरीजों की जान जा रही है तो वहीं संबंधित विभाग के अधिकारी इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। जिस कारण झोलाछापों के हौंसले दिन प्रतिदिन बुलंद हो रहे हैं। स्थिति यह है कि इनके पास ना तो कोई डिग्री है और न ही कोई इलाज करने का लाइसेंस है फिर भी यह लोगों का इलाज कर रहे हैं।

डिग्री है और न ही कोई इलाज करने का लाइसेंस

किसी डिग्री के मरीजों का इलाज कर रहा झोलाछाप

मजेदार बात यह भी है कि झोलाछाप डाक्टर अपने नाम के आगे प्रशिक्षित डिग्रियों को लिख मरीजों को गुमराह कर रहे है जो स्वास्थ विभाग की अनदेखी एवं निष्क्रियत को सामने लाता है। ऐसा ही मामला मुरादाबाद के डिलारी ब्लॉक का है जहां पर थाने के नजदीक गंगा नर्सिंग होम का अवैध तरीके से संचालन किया जा रहा है यहां झोलाछाप डॉक्टर बिना किसी डिग्री के क्लीनिक संचालित कर मरीजों का इलाज कर रहा है।

क्लीनिक का स्वास्थ्य विभाग में कोई पंजीकरण नहीं

क्लीनिक का स्वास्थ्य विभाग में कोई पंजीकरण नहीं है और क्लीनिक पर बायोमेडिकल वेस्ट, फायर सेफ्टी यंत्र और प्रदूषण विभाग का अनापत्ति प्रमाण पत्र भी नहीं है। इसके बाबजूद भी झोलाछाप डॉक्टर अवैध पैथोलॉजी लैब संचालक से मरीजों की फर्जी ब्लड रिपोर्ट तैयार कराकर मरीजों को अपने क्लीनिक पर भर्ती कर तीन चार दिन ड्रिप लगाकर मोटा पैसा वसूल रहा है।

नर्सिंग होम में ऑप्रेशन,गर्भपात की बेहतर और सुलभ सुविधा

जब इस संबंध में नर्सिंग होम संचालक राज और दानवीर से बात हुई तो उन्होंने बताया कि मुरादाबाद में अधिकांश अस्पताल नर्सिंग होम बिना रजिस्ट्रेशन के एसीएमओ डा. संजीव बेलवाल के संरक्षण में खुलेआम घूस देकर संचालित है तो गंगा नर्सिंग होम क्यो नहीं संचालित हो सकता। सुविधाओं के बारे में जानकारी देते हुए भी बताया कि मुख्य रुप से नर्सिंग होम में ऑप्रेशन,गर्भपात की बेहतर और सुलभ सुविधा है। मरीजों के लिए सस्ती जेनरिक दवाएं देकर लाभ पहुचाया जाता है।

पंजीकरण नहीं है तो सील अवश्य किया जाएगा, चाहे वह किसी के संरक्षण में संचालित हो

जब इस बारे में हमारे संवाददाता ने नोडल अधिकारी डॉक्टर संजीव बेलवाल से बात करनी चाही तो संपर्क नहीं हो पाया तो वही सीएमओ डा. राजीव अग्रवाल ने बताया कि मुझे इस नर्सिंग होम की जानकारी ही नही है। यदि पंजीकरण नहीं है तो सील अवश्य किया जाएगा। चाहे वह किसी के संरक्षण में संचालित हो।

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