हवा,पानी,मिट्टी से इलाज करने वाले आरबी सिंह की शिशु बाल रोग विशेषज्ञ होने की कहानी

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लव इंडिया, मुरादाबाद। BNYS यानि हवा, पानी, मिट्टी से इलाज करने वाले आरबी सिंह शिशु बाल रोग विशेषज्ञ हैं लेकिन यह कैसे बन गए। आइए जानते हैं पूरे गड़बड़ झाले को..?

BNYS का full form यानि पूरा नाम Bachelor of Naturopathy and Yogic Science होता है। हिंदी में यदि से उच्चारित किया जाए तो इसे बैचलर ऑफ नेचुरोपैथी एंड योगिक साइंस कहा जाता है। और सामान्य शब्दों में इसका अर्थ प्राकृतिक चिकित्सा और योग विज्ञान होता है। योगिक विज्ञान और प्राकृतिक चिकित्सा के तहत बैचलर की डिग्री प्राप्त करके इस तरह तक कंप्लीट करना आर बी सिंह जैसों के लिए भविष्य का एक सुनहरा अवसर है मगर शर्त यही है कि स्वास्थ्य विभाग के साहब आप पर मेहरबान हो और आरबी सिंह पार्क स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अफसरान यानी कि नोडल अधिकारी मेहरबान हैं। इसीलिए तो वह प्राकृतिक चिकित्सा यानी कि हवा पानी और मिट्टी से इलाज के बजाय एलोपैथिक दवाओं से इलाज कर रहे हैं और वह भी बड़े बुजुर्गों का नहीं बल्कि बच्चों का जो किस्मत वालों को नसीब होते हैं।लेकिन साहब यहां तो आरबी सिंह नसीब वाले हैं क्योंकि उन पर स्वास्थ्य के भरी अफसर मेहरबान है जिनके कंधों पर झोलाछाप डॉक्टर क्लीनिक नर्सिंग होम और अस्पतालों को रोकने का जिम्मा है।

BNYS MD करने वाले आरबी सिंह खुद को बीएएमएस बताते हैं और पीलकपुर श्योराम, मैन चौराहा डिलारी रोड पर न्यू जीवन क्लीनिक चलाते हैं और खुद को शिशु बाल रोग विशेषज्ञ होने का दावा करते हैं साथ ही बताते हैं कि बच्चों के सभी तरह के रोगों का इलाज करने में उन्हें महारत हासिल है। खासकर सूखा रोग का इलाज बेहतरीन तरीके से करते हैं। उनके क्लीनिक पर नवजात शिशुओं के लिए आईसीयू की व्यवस्था है और दमा से पीड़ित बच्चों के लिए नेबुलाइजर की सुविधा भी उपलब्ध है लेकिन यह सभी एलोपैथिक दवाओं से करते हैं। जबकि उनका हेयर क्लिनिक अस्पताल मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में पंजीकृत नहीं है लेकिन छोटे साथी मेहरबानी से यह खुलेआम चल रहा है और यही कारण है कि शाम 4 बजे से रात को 8 बजे तक आरबीसी बच्चों का इलाज खुलेआम करते हैं।

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