वैलेंटाइन वीक का पहला दिन रोज डे, प्यार का इजहार करने वाले कपल्स को नहीं मिला गुलाब
देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के बीच इस साल 2022 में सोमवार से वैलेंटाइन वीक की शुरुआत रोज डे से हो गई। कपल्स को पूरे साल वैलेंटाइन वीक का इंतजार रहता है क्योंकि इस दिन लोग अपने पार्टनर को रोज देकर प्यार का इजहार करते हैं।
पश्चिमी सभ्यता का प्रतीक है वेलेंटाइन वीक
यूं तो वेलेंटाइन वीक भारतीय परंपरा नहीं है बल्कि यह पश्चिमी सभ्यता का ऐसा चलना है हर साल 7 फरवरी से 14 फरवरी तक मनाया जाता है जो कि अब इंटरनेट की दुनिया है तो इसे दुनिया के अधिकांश देशों में युवा मनाते हैं।
नूरजहां से लेकर महारानी विक्टोरिया तक से बताई जाती है इसकी शुरुआत
माना जाता है कि मुगल बेगम नूरजहां को लाल गुलाब बहुत अधिक पसंद था। कहा जाता है कि नूरजहां के दिल को खुश करने के लिए उनके पति रोज टन के हिसाब से ताजे गुलाब उनके महल भिजवाया करते थे। एक और मान्यता के मुताबिक, महारानी विक्टोरिया के समय में लोगों ने अपनी फीलिंग्स को एक्सप्रेस करने के लिए गुलाब के फूल को आदान-प्रदान करने की परंपरा की शुरुआत की थी। माना जाता है कि विक्टोरियन और रोमन भी अपने प्यार का इजहार गुलाब से ही करते थे।
कारोबारी वसूलते हैं मुंह मांगी कीमत गुलाब की
वैलेंटाइन वीक का कपल्स को साल की शुरुआत से ही इंतजार रहता है कि आखिरकार वैलेंटाइन वीक आए और अपने प्यार का इजहार करें लेकिन इसके विपरीत कारोबारियों का 1 दिन का बेसब्री से इंतजार होता है क्योंकि वह गुलाब के मुंह मांगे कीमत वसूल करते हैं। एक गुलाब का फूल ₹10 से ₹100 तक बेचा जाता है और मेट्रो शहरों में तो यह है ढाई सो रुपए तक का हो जाता है।
मार्केट में खत्म से हो गए पहले ही दिन गुलाब
क्योंकि आज वेलेंटाइन वीक की शुरुआत हो चुकी और पहला दिन रोज डे है तो ऐसे में मार्केट में गुलाब की बड़े स्तर पर मांग थी और सुबह 9:30 बजे तक अधिकांश गिफ्ट सेंटर और फूल विक्रेताओं के यहां गुलाब खत्म हो चुका था।