गलवन,तवांग में पिटने के बाद भी बाज नहीं आ रहा चीन

India International Uttar Pradesh Uttarakhand टेक-नेट तेरी-मेरी कहानी युवा-राजनीति शिक्षा-जॉब

निर्भय सक्सेना लव इंडिया। तवांग में विगत 9 दिसंबर 2022 को सीमा पर नो मेंसलैंड में अलसुबह घुसे चीनी सैनिकों को लाठी डंडों की मार से बहादुर भारतीय सैनिकों ने खदेड़ कर अपनी वीरता का परिचय दिया। यह अलग बात है की इस पर देश की संसद में भी राष्ट हित के जुड़े मुद्दे पर सरकार को घेरने से विपक्षी दल आंख मिचौली में ही लगे रहे। अब अमरीका का भी कहना है की चीन जानबूझ कर भारत को उकसा रहा है।

भारतीय सेना ने भी अरूणांचल की वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गुरुवार एवम शुक्रवार को बड़ा वायु सैनिक अभ्यास कर राफेल एवम चुनुक को उड़कर अपना शक्ति प्रदर्शन कर बीजिंग को साफ संदेश भी दे दिया है। यही नहीं 36वें राफेल का बेड़ा भी इस बीच भारत पहुंच गया।

केंद्र की मोदी सरकार ने अपने मंत्रियों एवम कूटनीतिज्ञ के जरिए अब साफ संदेश दे दिया है की भारत ने जैसे जून 2020 में गलवान में चीन को खदेड़ा था उसी तरह अरूणांचल के तवांग में भी 9 दिसंबर 2022 को दर्जनों चीनियों की हड्डी तोड़ डाली। जबकि इस झड़प में केवल 6 भारतीय सैनिक ही मामूली घायल हुए थे।अब भारत ने अपनी पाक एवम चीन से लगी सीमाओ पर चौकसी बढ़ा दी है। कुछ सीमाओं पर कजाखिस्तान एवम नेपाल के साथ पूर्व में तय हुए संयुक्त सैन्य अभ्यास भी आजकल चल रहे हैं। इस बीच भारत ने अपनी अग्नि-5 बैलिस्टिक मिसाइल का रात में सफल परीक्षण भी किया । इसकी स्पीड आबाज की गति की से 24 गुना ज्यादा है यानी एक सेकंड में 8.16 किलोमीटर की दूरी तय करती है। अब 18 दिसंबर को भारत की नौसेना में आई एन एस मोरमुगाओ विध्वंसक युद्धपोत भी शामिल होने जा रहा है।

भारत के अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारतीय और चीनी सैनिकों की झड़प के बाद भारतीय वायु सेना का पूर्वोत्तर में चीन सीमा के पास दो दिवसीय युद्धाभ्यास हुआ। इस युद्धाभ्यास में वायु सेना के फ्रंटलाइन फाइटर जेट भी शामिल थे।

स्मरण रहे 9 दिसंबर 2022 को अरूणांचल के तवांग में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर के नजदीक लगभग 15 हजार फीट की ऊंचाई पर भारत और चीन के सैनिक उस आमने-सामने आ गए थे। इसके बाद 125 भारतीय बहादुर सैनिकों ने घुसपेठ करने वाले चीन के 300 सैनिकों की हड्डी तोड़ कर उन्हे पीछे भगा दिया। लद्दाख के गलवान के बाद अब अरुणाचल प्रदेश के तवांग में चालबाज चीन ने एक बार फिर दुस्साहस किया था। अंत में चीनी सैनिकों को पीछे हटना पड़ा। घुसपेठ की इस घटना में भारत के 6 और चीन के 2 दर्जन जवान घायल हो गए थे।

सोशल मिडिया से मिली जानकारी के अनुसार चीन के 300 से ज्यादा सैनिक तवांग एरिया में 17 हजार फीट की ऊंचाई पर एक चोटी की ओर बढ़ रहे थे, जिसका भारतीय सेनिको ने विरोध किया। इस पर दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प के बाद भारत के बीर सैनिकों ने चीन के सैनिकों को मारपीट एवम हड्डी तोड़ कर वापस खदेड़ दिया। तवांग की इस घटना के बाद तवांग में सेना अलर्ट पर है। इस झड़प के बाद भारत और चीन के कमांडरों ने फ्लैग मीटिंग भी की गई ताकि तवांग क्षेत्र में शांति बनी रह सके।

अब भारत ने अपनी अग्नि-5 बैलिस्टिक मिसाइल का रात में सफल परीक्षण भी किया। एटमी ताकत वाली यह मिसाइल 5 हजार किलोमीटर तक सटीक निशाना लगा सकती है। मिसाइल को कुछ नई तकनीकों से लैस किया गया था, अब वो पहले से हल्की हो गई है। यही वजह है कि भारत को इस मिसाइल का भी परीक्षण करना पड़ा। यह 17.5 मीटर लंबी एवम इसका 2 मीटर व्यास यानी 6.7 फुट है। अग्नि-5 मिसाइल का वजन 50 हजार किलोग्राम है। इस मिसाइल में 3 स्टेज के रॉकेट बूस्टर हैं, जो सॉलिड फ्यूल से उड़ते हैं। अग्नि-5 मिसाइल की तैनाती स्ट्रैटेजिक फोर्सेस कमांड में की गई है। कमांड के तहत ही भारत की सभी मिसाइलों का संचालन किया जाता है।

चालबाज चीन की ओर से भारत के इंटरनेट सिस्टम पर भी साइबर हमले भी हो रहे हैं। हाल ही में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान का सर्वर हैक हो गया था। भारत की जांच में सामने आया है कि यह चीन की ही साजिश थी। ऐसे साइबर हमलों का मुकाबला करने के लिए इसने अपने मंत्रालयों और सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों के कर्मचारियों के लिए एक मानक संचालन प्रोटोकॉल- सोप जारी किया है। इसका पालन ​​नहीं करने वाले साईंवर में लगे कर्मचारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई का भी आदेश दिया गया है।

स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोटोकॉल ( सोप) कुछ करने का एक मानक या स्वीकृत तरीका है। चीन के लगातार साइबर हमलों का सामना करते हुए, भारत ने इंटरनेट और कंप्यूटर उपयोग के उचित या मानकीकृत तरीकों पर यह आदेश जारी किया है। केंद्र सरकार ने अपनी स्थिति मजबूत करने और बड़े नुकसान से बचने के लिए कड़ी निगरानी सुनिश्चित करने के लिए इस तरह के कदम उठाए हुए हैं।

इधर फाइटर जेट राफेल की अंतिम किस्त भी भारत आ गई है। भारतीय वायु सेना की जानकारी के अनुसार 36वां राफेल फाइटर जेट भारत में लैंड हो गया है। भारत और फ्रांस के बीच कुल 36 राफेल फाइटर जेट को लेकर सौदा हुआ था और अब भारत को सभी 36 राफेल मिल चुके हैं। तवांग में चीन की घुसपेठ की घटना के बाद अमरीका भी भारत के साथ खुल कर सामने आ गया है। अमरीका का कहना है की चीन जानबूझ कर भारत को उकसा रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *