व्यावसायिक पाठयक्रमों चिकित्सा एवं इंजीनियरिंग की पुस्तकें हिंदी में लिखने को भी चलाया जाए अभियान

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लव इंडिया, बरेली। अखिल भारतीय साहित्य परिषद ब्रज प्रांत की बरेली शाखा के तत्वावधान में देश के नामचीन साहित्यकारों का जमावड़ा लगा। इस कार्यक्रम में “साहित्य का प्रदेय” विषयक विचार गोष्ठी में बोलते हुए मुख्य अतिथि केंद्रीय हिंदी संस्थान के उपाध्यक्ष एवम राजनयिक रहे अनिल शर्मा जोशी ने कहा कि साहित्य समाज में संस्कारों एवं संस्कृति का संवाहक होता है । साहित्य का पहला धर्म है कि वह समाज को पशुता से मानवता की ओर ले जाए। विदेश में भारतीय राजनयिक रहे अनिल शर्मा जोशी ने साहित्यकारों से यह भी अनुरोध किया कि वह व्यावसायिक पाठयक्रमों चिकित्सा (एमबीबीएस) एवं इंजीनियरिंग की पुस्तकें हिंदी में लिखने का भी अभियान चलाएं ।

पूर्व सरकार पर सही साहित्य को दबाने का भी आरोप लगाया

चंद्रकांता सभागार में साहित्य समागम का आयोजन तीन सत्रों में हुआ। समारोह में पहले सत्र में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमे बोलते हुए कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉक्टर नवल किशोर गुप्ता ने कहा कि साहित्य के माध्यम से समाज में भारतीय संस्कृति वाली विचारधारा को जन जन तक पहुंचाने का कार्य करें । उन्होंने भी व्यावसायिक पाठयक्रमों चिकित्सा का पाठयक्रम हिन्दी भाषा में लिखने एवम पढ़ाने पर भी जोर दिया। कुछ वक्ताओं ने देश में गलत इतिहास लिखने का आरोप लगाते हुए पूर्व की सरकार पर सही साहित्य को दबाने का भी आरोप लगाया।

अपनी कहानियों का वाचन किया

कहानी वाचन के सत्र में डॉक्टर संदीप अवस्थी, मीनू खरे, डॉ अमिता दुबे, प्रतिभा सिंह, आरती बाजपेई, डॉ सुरेश बाबू मिश्रा तथा ऋचा पाठक ने अपनी अपनी कहानियों का वाचन किया । कहानी गोष्ठी के मुख्य अतिथि संघ के विभाग प्रचारक ओमवीर रहे ।अध्यक्षता डॉक्टर संदीप अवस्थी ने की । कार्यक्रम संयोजक डॉ शशि बाला राठी जी ने सभी अभ्यागतों का स्वागत किया। कार्यक्रम के अंत में आभार डॉक्टर दीपंकर गुप्त ने प्रकट किया । कहानी वाचन के पश्चात तीसरे सत्र में काव्य गोष्ठी की अध्यक्षता डॉक्टर ओम प्रकाश शुक्ला अज्ञात ने की ।

मुख्य अतिथि डॉक्टर हरि अग्रवाल हरि लखनऊ रहे । काव्य गोष्ठी में कवियों ने भावपूर्ण कविताएं प्रस्तुत कर बांध दिया ।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अनिल शर्मा जोशी अध्यक्ष संदीप अवस्थी ब्रज प्रांत के अध्यक्ष साहित्य भूषण सुरेश बाबू मिश्रा, संरक्षक डॉ अनिल शर्मा एवं कार्यक्रम संयोजक डॉक्टर शशिवाला राठी ने विभिन्न राज्यों से आए 22 साहित्यकारों को उत्तर प्रदेश साहित्य गौरव सम्मान से शॉल सम्मान पत्र एवं माल्यार्पण कर सम्मानित किया । लगभग 60 साहित्यकारों एवं समाजसेवियों को पांचाल गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया ।

पत्रकार निर्भय सक्सेना ने अपनी पुस्तक “कलम बरेली की” की प्रतियां बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहनवाज हुसैन की पत्नी लेखिका कवि रेणु हुसैन, भारत सरकार के केंद्रीय शिक्षण मंडल के उपाध्यक्ष अनिल शर्मा जोशी, संदीप अवस्थी, लखनऊ आकाशवाणी की स्टेशन प्रमुख मीनू खरे, उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान की प्रधान संपादक डॉ अमिता दुबे आदि को भेंट की।

उत्तर प्रदेश साहित्य गौरव सम्मान से सम्मानित होने वाले साहित्यकारों में डॉ अनिल शर्मा जोशी दिल्ली, डॉक्टर संदीप अवस्थी आगरा, हरि अग्रवाल हरि लखनऊ, ओमप्रकाश अज्ञात छिबरामऊ, डॉक्टर महेश पांडे बजरंग उरई, मीनू खरे लखनऊ, डॉ अमिता दुबे लखनऊ, डॉक्टर राम कृष्ण बुद्ध नागपुर, आरती सिंह एकता, प्रतिभा सिंह अयोध्या, रेनू हुसैन दिल्ली, प्रोफेसर कृष्ण कुमार कौशिक दिल्ली, आरती बाजपेई लखनऊ सुरेंद्र कुमार अग्निहोत्री लखनऊ, रिचा पाठक काशीपुर, सौम्या मिश्रा लखनऊ, एवं डॉक्टर चंद्र प्रकाश शर्मा रामपुर तथा कंचन वर्मा मुख्य रूप से सम्मिलित रहे ।

कार्यक्रम का संचालन डॉ एन एल शर्मा, रविंद्र कुमार मिश्रा तथा रोहित राकेश ने संयुक्त रूप से किया कार्यक्रम में मुख्य रूप से दीपंकर गुप्त, उमेश चंद्र गुप्ता, डॉ एस पी मौर्या, प्रभाकर मिश्र, मोहन चंद्र पांडे, उपेंद्र सक्सेना, निर्भय सक्सैना, सुरेंद्र बीनू सिन्हा, शिशुपाल सिंह, सुमंत माहेश्वरी, देवेंद्र शर्मा, रणधीर प्रसाद, गौड़, रमेश गौतम, गुरविंदर सिंह, प्रवीण शर्मा, डॉ रवि शर्मा, महिपाल राही आदि विशेष रुप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संयोजन डॉ शशि बाला राठी ने किया तथा सभी आए हुए अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर दीपंकर गुप्ता ने किया।

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