समाज में नवसंचार, जागरण, सजीवता तथा नवस्फूर्ति का संचार होता है पत्रकारिता से

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लव इंडिया, मुरादाबाद। विश्व संवाद केंद्र की ओर से सी एल गुप्ता आई हॉस्पिटल के ऑडिटोरियम में नारद जयंती के उपलक्ष्य में पत्रकार गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी का विषय “समाज परिवर्तन में पत्रकार की भूमिका” पर वक्ताओं ने अपने विचार रखे। देव ऋषि नारद एवं भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।उत्तर प्रदेश सरकार में सूचना आयुक्त सुभाष सिंह मुख्यवक्ता, वरिष्ठ पत्रकार राहुल सिन्हा मुख्य अतिथि, सीएल गुप्ता चैरिटेबल ट्रस्ट की वाइस चेयरमैन शिखा गुप्ता विशिष्ट अतिथि एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता आईएफटीएम विश्वविद्यालय के मास कम्युनिकेशन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर राजेश शुक्ला द्वारा की गई।

गोष्ठी का प्रारंभ करते हुए डॉ. विशेष गुप्ता द्वारा विषय प्रस्तुति की गई इस अवसर पर उन्होंने कहा सृष्टि के प्रथम संवादवाहक के रूप में देव ऋषि नारद जी का योगदान भुलाया नहीं जा सकता। वे भारतीय संस्कृति के ध्वजवाहक हैं। हम नारद जी का हम पत्रकार रूप देखें कि वे किस प्रकार बेबाकी से असुरों, देवों, आम व्यक्ति तक जहां आवश्यकता होती थी वहां उपस्थित होते थे। वे शत्रु तथा मित्र दोनों में ही लोकप्रिय थे। आनन्द, भक्ति, विनम्रता, ज्ञान, कौशल के कारण उन्हें देवर्षि की पदवी प्राप्त थी।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए विभाग प्रचार प्रमुख पवन जैन ने कहा कि गोष्ठी का विषय समाज परिवर्तन में पत्रकार की भूमिका वास्तव में नारद जी के जीवन चरित्र से ही लिया गया है उनका जीवन चरित्र देखने पर हम महसूस कर सकते हैं कि उनका पूरा जीवन समाज के परिवर्तन के लिए ही लगा रहा था वर्तमान में प्रत्येक पत्रकार नारद जी की भूमिका में है अतः अपना कार्य करते समय हमें उनके आदर्श याद रखना चाहिए। नारद जयंती के दिन को पत्रकार दिवस के रूप में मनाते हैं 30 मई पत्रकार दिवस की पूर्व संध्या पर नारद जी का स्मरण करना एवं उनके जीवन से प्रेरणा लेने का अवसर है।

मुख्य वक्ता सूचना आयुक्त उत्तर प्रदेश सुभाष सिंह ने अपनी सारगर्भित संबोधन में कहा कि मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। वह जिस समाज में रहता है, उसके साथ उसकी अन्तः क्रिया का होना स्वाभाविक है। पत्रकारिता की कल्पना समाज से अलग करके नहीं की जा सकती है। पत्रकारिता ही है जिसके माध्यम से समाज में नवसंचार, जागरण, सजीवता तथा नवस्फूर्ति का संचार होता है। समाज को प्रभावित करने की जो क्षमता पत्र-पत्रिकाओं में है, उसके मूल में भी पत्रकार ही है। पत्रकार को समाज के सजग प्रहरी के रूप में देखा जाता है। एक पत्रकार सामाजिक परिवर्तन के लिए जो त्याग करता है उसका वह त्याग ही समाज को गति प्रदान करता है। समाज के प्रत्येक वर्ग की आवाज पत्रकार होता है। उन्होंने कहा समाज को सही दिशा प्रदान करने में,समाज में जनजागरूकता पैदा करने में, समाज में मानवीय मूल्यों का विकास करने में, भ्रष्टाचार को उजागर करने में, लोकतांत्रिक मूल्यों की स्थापना करने हेतु समाज की निष्ठा उत्पन्न करने में, महिला सशक्तिकरण करने में, समाजिक कुरीतियों को सामने लाने एवं उनका विश्लेषण करने में, समाज में राजनीतिक चेतना विकसित करने में, संस्कृति का संरक्षण एवं प्रसार करने में पत्रकार अपनी महती भूमिका निभा सकता है।एक पत्रकार सामाजिक परिवर्तन के लिए जो त्याग करता है उसका वह त्याग ही समाज को गति प्रदान करता है।

मुख्य अतिथि राहुल सिन्हा ने कहा कि पत्रकार के लिए पत्रकारिता एक धर्म की तरह है। और पत्रकारिता का एक धर्म है- निष्पक्षता । आपकी लेखनी तभी प्रभावी हो सकती है जब आप निष्पक्ष होकर पत्रकारिता करें। पत्रकारिता में आप पक्ष नहीं बन सकते। हां, पक्ष बन सकते हो लेकिन केवल सत्य का पक्ष। डिजिटल तकनीक ने पत्रकारिता को बिल्कुल एक नए फलक पर लाकर खड़ा कर दिया है। डिजिटल तकनीक, सोशल मीडिया के असर से जहां पत्रकारिता ने गति पकड़ी है तो विश्वसनीयता की कसौटी पर कसने की चुनौतियां पहले से ज्यादा बढ़ गई हैं। रफ्तार की प्रतिस्पर्धा से नए खतरों का अंदेशा भी बढ़ा है।सोशल मीडिया के असर ने पत्रकार और पत्रकारिता को कहीं ज्यादा जवाबदेह बनाया है। अब पत्रकारिता पहले से ज्यादा जीवंत हुई है। दूसरे सिरे पर बैठा पाठक केवल पढ़कर चुपचाप बैठे रहना वाला नहीं रहा। वो न केवल कहीं अधिक प्रतिक्रियावादी हुआ है बल्कि किसी समाचार में अगर जरूरी लगे तो बदलाव की वजह तक बनने की हिम्मत रखता है। वो अपनी मर्जी से अपने स्रोत को चुन सकता है और उस पर प्रतिक्रिया देने की आजादी रखता है। पत्रकारों के सामने तथ्यों, तस्वीरों की विश्वसनीयता परखने की चुनौतियां तकनीक के इस युग में पहले से कहीं अधिक बढ़ गई हैं।

विशिष्ट अतिथि शिखा गुप्ता ने कहा नारद जी की कार्यशैली, उनके आदर्श एवं संचार कौशल की क्षमता अद्वितीय थी हमें उनसे सीख लेनी चाहिए। कार्यक्रम अध्यक्ष प्रो. राजेश शुक्ला ने कहा की मीडिया का फील्ड अपार संभावनाओं से भरा हुआ है। किसी भी अन्य उद्योग की तुलना में इसकी विकास दर अधिक है यानि इसमें रोजगार के अत्यधिक अवसर हैं। आज ग्राफिक्स, एनीमेशन, गेम, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, न्यू मीडिया और नागरिक पत्रकारिता ने नौकरियों के अनेक अवसर पैदा कर दिए हैं।कार्यक्रम का समापन वंदे मातरम गायन द्वारा किया गया।

इस अवसर पर प्रभात गोयल एडवोकेट, डॉ विनीत गुप्ता, हरिमोहन गुप्ता, शलभ गुप्ता, शलभ सक्सेना, स्पर्श गुप्ता, पीयूष गोयल, डॉक्टर सत्यवीर सिंह, सचिन कुमार, आशाराम पालीवाल, राकेश मिश्रा, सुमित कुमार, पंकज कुमार आदि महानगर के वरिष्ठ पत्रकार गण साहित्यकार गण एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन विभाग प्रचार प्रमुख पवन जैन ने किया। महानगर प्रचार प्रमुख संजीव चौधरी ने आभार व्यक्त किया।

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