NIA अफसर व उनकी पत्नी की में बिजनौर के मुनीर और रैयान को फाँसी की सज़ा, अन्य तीन बरी
लव इंडिया, बिजनौर। उत्तर प्रदेश के बिजनौर में NIA के DSP तंजील अहमद हत्याकांड में दोषी मुनीर और रेयान को कोर्ट ने फांसी की सजा सुना दी है. आपको याद होगा कि बिजनौर में दो अप्रैल 2016 में पुरानी रंजिश में राष्ट्रीय जांच एजेंसी में डिप्टी एसपी रहे तंजील अहमद व उनकी पत्नी को हत्यारों ने गोलियां बरसाकर छलनी कर दिया था. अत्याधुनिक हथियारों से गोली चलाकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया था. डिप्टी एसपी के बेटे शाहबाज और बेटी जिमनिश ने सीट के नीचे घुसकर जान बचाई थी.
कुछ इस तरह वारदात का सीन
दो अप्रैल 2016 की रात को एनआईए के डिप्टी एसपी तंजील अहमद और उनकी पत्नी फरजाना बिजनौर के सहसपुर में कार में सवार होकर शादी समारोह से वापिस अपने घर की ओर जा रहे थे. इसी बीच रास्ते में ही शातिर मुनीर और उसका साथी रय्यान ने कार को रोककर तंजील और उनकी पत्नी पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी. जिसके बाद से वो दोनों मौके से फरार हो गए थे. डिप्टी एसपी तंजील अहमद ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था. जबकि उनकी पत्नी फरजाना की इलाज के दौरान मौत हो गई थी. हालांकि हत्याकांड के मुख्य आरोपी को पुलिस और क्राइम की टीम ने कुछ दिन बाद गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
2 को फांसी, साक्ष्य के अभाव में 3 बरी
शुक्रवार को कोर्ट ने उपरोक्त दोनों आरोपियों को दोषी करार दिया था. कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई करते हुए बाकी आरोपी तंजीम, जेनी और रिजवान को बरी करने का फैसला लिया है.
हत्याकांड को आतंकी कनेक्शन से जोड़कर देखा गया था
बता दें कि इस हत्याकांड की जांच में प्रदेश के तीन आईजी इसकी जांच में जुटे थे. शुरुआत में इस हत्याकांड को आतंकी कनेक्शन से जोड़कर देखा गया था, हालांकि बाद में सहसपुर के ही रहने वाले मुनीर और उसके साथी रैय्यान समेत पांच लोगों को आरोपी बनाकर गिरफ्तार किया गया.