उत्तराखंड: सात हजार से अधिक किसान सम्मान निधि के अपात्र
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत अपात्र पाए गए किसानों से अब तक 10 फीसदी धनराशि की ही वसूली हो पाई है। प्रदेश में नौ लाख 50 हजार किसान सम्मान निधि के तहत पंजीकृत हैं, जिनमें से 7,276 किसान सम्मान निधि योजना के अपात्र पाए गए हैं।
जिलाधिकारियों को ऐसे अपात्र किसानों से उन्हें सम्मान निधि के तहत बांटी गई धनराशि की वसूली का जिम्मा सौंपा गया है। कृषि विभाग के सूत्रों के मुताबिक, अभी तक 1.85 करोड़ रुपये की ही वसूली हो पाई है। सभी किसानों से 17 करोड़ 55 लाख रुपये की वसूली होनी है। किसान सम्मान निधि पोर्टल पर आधार लिंक के माध्यम से योजना के लिए अपात्र किसानों की पहचान की गई।
ऐसे किसानों के खातों में सम्मान निधि की धनराशि भेज दी गई जो आयकर के दायरे में आते थे या सरकारी नौकरी कर रहे थे। सूत्रों के मुताबिक, कृषि विभाग की ओर से सभी जिलाधिकारियों को पोर्टल के माध्यम से ही अपात्र किसानों की सूची भेजी गई है। जिलाधिकारियों के स्तर पर भी किसानों को वसूली के नोटिस भेजे जा रहे हैं। लेकिन वसूली की रफ्तार धीमी है। अभी केवल 10 फीसदी धनराशि ही वसूली जा सकी है।