लविवि : विधि संकाय में ग्रीष्मकालीन अवकाश नहीं, दूसरे सेमेस्टर की पढ़ाई 28 से

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लखनऊ विश्वविद्यालय के विधि संकाय के शिक्षकों ने इस बार ग्रीष्मकालीन अवकाश न लेने का निर्णय लिया है।
साथ ही संबद्ध महाविद्यालयों के विधि शिक्षकों से भी कहा है कि वे भी ग्रीष्मकालीन अवकाश न लें। शिक्षकों ने यह निर्णय कोरोना के चलते कई महीनों तक कैंपस बंद रहने से हुए पढ़ाई के नुकसान की भरपाई के लिए लिया है।
विधि संकाय के अध्यक्ष और विभागाध्यक्ष प्रो. सीपी सिंह ने बताया कि रविवार को दोपहर लविवि से संबद्ध सभी विधि महाविद्यालयों के प्राचार्यों व प्रबंधकों की वर्चुअल बैठक का आयोजन किया गया।
इसमें कोविड महामारी से प्रभावित हुई पढ़ाई और छात्रों की दशा पर चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि शिक्षकों का दायित्व बनता है कि वे ग्रीष्मकालीन अवकाश लेने के बजाय ऑफलाइन कक्षाएं लेते रहें।
उन्होंने महाविद्यालयों से आग्रह किया है कि वे इस प्रस्ताव पर गौर करें और शिक्षकों को कक्षाएं लेने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने बताया कि लविवि के विधि संकाय के सभी शिक्षकों को भी प्रस्ताव रखा गया।
वे सभी ग्रीष्मकालीन अवकाश में कक्षाएं लेने के लिए राजी हो गए हैं। उन्होंने बताया कि इससे दूसरे सेमेस्टर का कोर्स समय पर पूरा किया जा सकेगा और समय पर परीक्षा भी कराई जा सकेगी। ताकि अगला सत्र समय से शुरू हो सके।
प्रो. सीपी सिंह ने बताया कि एलएलबी पांच वर्षीय और एलएलबी तीन वर्षीय परीक्षाएं खत्म होने वाली हैं। 28 अप्रैल से दोनों पाठ्यक्रम के दूसरे सेमेस्टर की कक्षाएं लविवि में शुरू हो जाएंगी। इसका टाइम टेबल विभाग के नोटिस बोर्ड पर चस्पा कर दिया गया है। सभी छात्रों के मोबाइल पर इसकी जानकारी उपलब्ध करा दी गई है। उन्होंने महाविद्यालयों से भी आग्रह किया है कि वे भी 28 से विधि के दूसरे सेमेस्टर की कक्षाएं शुरू कर दें।
नैचुरोपैथी एंड यौगिक साइंस में आवेदन की अंतिम तिथि 31 मई
लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय में अगले सत्र में शुरू होने वाले साढ़े पांच साल का बैचलर इन नैचुरोपैथी एंड यौगिक साइंस में दाखिले के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 31 मई निर्धारित की गई है। यह पाठ्यक्रम यौगिक अध्ययन संस्थान के अंतर्गत शुरू किया गया है।
आवेदन की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। छात्र विवि की वेबसाइट से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए अहर्ता जीव विज्ञान विषय के साथ 50 प्रतिशत अंकों के साथ इंटर उत्तीर्ण करना अनिवार्य है। दाखिला प्रवेश परीक्षा के आधार पर होगा। प्रवेश के समय छात्र की आयु 17 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए। पाठ्यक्रम में 60 सीटें हैं। छात्रों को साढ़े चार वर्ष यानी नौ सेमेस्टर की पढ़ाई करनी होगी। इसके बाद एक वर्ष की इंटर्नशिप भी करनी होगी।

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