कार चोरी कर काटकर बेचने वाले अंतर्जनपदीय गिरोह का पर्दाफाश, छह गिरफ्तार

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काले कारोबार का गजब खेल आपने नहीं देखा होगा अभी तक ऐसा। अंतर्जनपदीय गैंग चोरी की कारों का करता था कटान। पाकबड़ा पुलिस की पकड़ में आया, छह शातिर गिरफ्तार। दिल्ली गाजियाबाद नोएडा मुरादाबाद से चोरी करते थे।

उमेश लव, मुरादाबाद। यह सनसनीखेज मामला उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले का है जिसे दुनिया भर के लोग पीतल नगरी के नाम से भी जानते हैं। काले कारोबार का अजब गजब खेल ऐसा हमने तो देखा नहीं आज तक आपने देखा हो तो पता नहीं यह है कि ऐसा अंतर्जनपदीय गैंग है जो कारों को चोरी करता है, वह भी देश की राजधानी दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा और मुरादाबाद से और फिर इन्हें काट कर बेचता है। फिलहाल पुलिस ने इस गिरोह के 6 शातिर धंधे वालों को गिरफ्तार किया है और कई की तलाश जारी है।

फिलहाल यह धंधा पाकबड़ा थाना क्षेत्र के कैल्सा रोड पर गांव गिंदौड़ा के एक मकान परिसर में चल रहा था मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने जब कार्यवाही की तो देखकर दंग रह गई चौकी मौके पर तीन चार कारें खड़ी हुई थी जबकि दर्जनों गाड़ियों के कटे हुए इंजन चेसिस व अन्य समान यहां तहां पड़ा हुआ था। पुलिस को देखकर ठंडे वालों ने भागने की कोशिश की लेकिन चौतरफा घेराबंदी के कारण काले कारोबार के यह शातिर खिलाड़ी भाग नहीं सके और पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें अमरोहा जिले के डिंडोली थाना अंतर्गत पायतीकलां के लियाकत का बेटा शाहिद, गांव पतेई खालसा के बजरुद्दीन का बेटा रियाजुल और यूसुफ का बेटा अरमान, गांव चौधरपुर के मुन्नू का बेटा इमरान, मुरादाबाद जिले के पाकबड़ा थाना अंतर्गत गांव गिंदौड़ा के फारुख का बेटा नासिर उर्फ नसरुद्दीन, मझोला थाना अंतर्गत गांव उत्तमपुर बहलोलपुर के छोटे के बेटे फुरकान को गिरफ्तार कर लिया।


पूछताछ में नासिर ने पुलिस को बताया कि कुछ माह पहले अमरोहा जिले के डिडौली थाना अंतर्गत गांव चौधर पुर निवासी गुलबाज हुसैन का बेटा मनवा उर्फ मुन्ना अली अहमद उर्फ गुप्ता से मुलाकात हुई थी तो उसने वाहन चोरी करने और उन्हें काटकर बेचने के फंदे में मोटी आमदनी का झांसा दिया था और यह भी बताया था कि वह दोनों इस काम को पहले से ही करते हैं।
नासिर ने पुलिस को यह भी बताया की धंधा करने के दौरान ही संभल जिले के मोहल्ला गरीब का सालिम और मोहल्ला जगत का चुम्मा अपने साथी साने आलम के साथ चोरी की गाड़ियां लाते और और अच्छी कंडीशन होने पर इन्हीं से खरीद लेते थे अच्छी गाड़ी ₹35000 तक में ले लिया करते थे कटान के बाद इन गाड़ियों के पुर्जों को अलग अलग करके भेज दिया करते थे और एक गाड़ी पर ₹25000 तक की बचा तो हो जाती थी।

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