लोकसभा चुनावों के बीच सपा ने जिलाध्यक्ष डीपी यादव को हटाया, अब महानगर अध्यक्ष की बारी
उमेश लव लव इंडिया मुरादाबाद
उमेश लव, लव इंडिया, मुरादाबाद। मुरादाबाद लोकसभा सीट पर निवर्तमान सांसद डॉक्टर एसटी हसन को टिकट और फिर नॉमिनेशंस के बाद टिकट काटकर बाहरी प्रत्याशी रुचि वीरा को प्रत्याशी बनाकर समाजवादी पार्टी ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी थी। अब समाजवादी पार्टी ने एक और हलचल मचाते हुए मुरादाबाद के समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष डीपी यादव को हटा दिया है। सूत्रों का कहना है कि अब बारी मुरादाबाद महानगर अध्यक्ष की है। जल्द ही इन पर भी गाज गिर सकती है।
सियासी गलियारों की माने तो सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव मुरादाबाद सीट की खुद निगरानी कर रहे हैं और वह पिछले कुछ दिनों से यहां चल रही गुटबाजी से बेहद परेशान थे। खास करके लोकसभा क्षेत्र से पार्टी प्रत्याशी रुचि वीरा के नामांकन के बाद। इसके बाद ही सपा हाई कमान को हर रोज मुरादाबाद से रिपोर्ट भेजी जा रही थी। इसी का परिणाम है कि सोमवार को दोपहर बाद प्रदेशाध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने मुरादाबाद के सपा जिला अध्यक्ष डीपी यादव को हटा दिया और उनके स्थान पर जयवीर यादव को जिलाध्यक्ष मनोनीत कर दिया है। जयवीर सिंह यादव को तीसरी बार जिलाध्यक्ष की कमान सौंपी गई है।
दरअसल, सपा में प्रत्याशी के बाहरी होने तक मुस्लिम बाहुल्य सीट पर गैर मस्लिम को टिकट देने को लेकर सपाइयों में नाराजगी है। सपाइयों से आगे बढ़ते हुए यह बात अब मतदाताओं तक भी पहुंचने लगी है। सपा के अधिकांश दिग्गज नेता और कार्यकर्ता चुनाव प्रचार से दूर हैं। जानकार मानते हैं कि सपा हाईकमान ने नए जिलाध्यक्ष को हटाकर नाराज पदाधिकारियों को सख्ती बरतने का संदेश दिया है। सूत्र बताते हैं कि महानगर अध्यक्ष इकबाल अंसारी पर भी पद से हटाने की तलवार लटक रही है। जंग के बीच सपा में हुए फेरबदल को लेकर सियासी हल्कों में चर्चाएं गर्म हो गई हैं, कुछ इसे प्रत्याशी के लिए लाभकारी और कुछ नुकसानदायक बता रहे हैं। गौरतलब है कि अखिलेश यादव के साथ पाकबड़ा स्थित होटल में पत्रकारों की भिड़ंत होने के बाद जयवीर यादव को जिलाध्यक्ष पद से हटाया गया था।