राज्यसभा चुनाव से पहले बढ़ी सपा की चुनौती, भाजपा का पलड़ा पड़ा भारी; भाजपा ज्वाइन कर सकते हैं सपा के ये विधायक
राज्यसभा चुनाव से पहले मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी को चुनौतियां बढ़ गईं हैं। पार्टी के आधा दर्जन से अधिक विधायक भाजपा के संपर्क में हैं। कुछ विधायकों के बगावती तेवर को देखते हुए क्रास वोटिंग की आशंका की वजह से पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में बेचैनी है,राज्यसभा चुनाव में प्रदेश की 10 सीटों के लिए हो रहे चुनाव में 11 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें सपा के तीन व भाजपा के आठ प्रत्याशी हैं। सपा अपने दो व भाजपा सात प्रत्याशी तो आसानी से जीता सकती है, किंतु दसवें प्रत्याशी को जीताने के लिए दोनों ही पार्टियों के पास पर्याप्त वोट नहीं है। इसलिए दोनों ही दलों की नजर क्रास वोटिंग पर है।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा ने तो सपा में बड़ी सेंधमारी की तैयारी कर ली है।सपा के करीब आधा दर्जन से अधिक विधायकों के भाजपा के संपर्क में आने की खबरों ने पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। निष्ठा बदलने वाले विधायकों में जिनकी चर्चा सबसे अधिक है उनमें मझनपुर के विधायक व पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव इन्द्रजीत सरोज भी हैं। हालांकि इन्द्रजीत सरोज इन दिनों गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में अपना इलाज करा रहे हैं। उन्होंने इसे अपने खिलाफ साजिश बताते हुए पाला बदलने की खबरों का खंडन किया है।