बगावत की सुगबुगाहट सपा में: पल्लवी पटेल का बड़ा एलान, स्वामी प्रसाद के खास पूर्व विधायक का चौंकाने वाला दावा
लोकसभा चुनाव के लिहाज से सबसे महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश में सियासत की तस्वीर बदल रही है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का कुनबा बढ़ रहा है तो वहीं विपक्ष को झटके पर झटके लग रहे हैं। राज्यसभा चुनावों के बीच पश्चिमी उत्तर प्रदेश की प्रभावशाली पार्टी राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) ने विपक्षी इंडिया गठबंधन को झटका देते हुए एनडीए का दामन थाम लिया है। जयंत चौधरी के इस झटके को अभी एक हफ्ते भी नहीं हुए कि अब सपा के भीतर ही सियासी घमासान मचता नजर आ रहा है।
अपना दल कमरोवादी की शीर्ष नेता व सिराथू विधायक पल्लवी पटेल ने कहा कि पिछड़ा और दलित समाज की लड़ाई के लिए कांग्रेस के साथ आई हैं। हमारी पार्टी कांग्रेस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेगी। जहां अन्याय होगा वहां न्याय के लिए लड़ेगी। पल्लवी पटेल ने राहुल गांधी का गोदौलिया पर स्वागत किया।
सपा की विधायक पल्लवी पटेल भी राज्यसभा चुनाव में सपा प्रत्याशियों को वोट न देने का एलान कर चुकी हैं। उन्होंने भी प्रत्याशी तय करने में पीडीए का ख्याल न रखने का आरोप लगाया है।सपा अध्यक्ष अखिलेश ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की न्याय यात्रा में रायबरेली में शामिल होने का निर्णय लिया है, जबकि पल्लवी शनिवार को ही वाराणसी में इस यात्रा में शामिल हुईं। स्वामी प्रसाद मौर्य भी रविवार को प्रयागराज में इस यात्रा में शामिल होंगे।
सपा विधायक इंद्रजीत सरोज समेत 4-5 विधायकों के भाजपा से संपर्क की चर्चाएं, उधर, सपा विधायक इंद्रजीत सरोज समेत 4-5 विधायकों के भाजपा में संपर्क की चर्चाएं हैं। सपा विधायक पल्लवी पटेल खुला एलान कर चुकी हैं कि वह सपा के राज्यसभा प्रत्याशियों को वोट नहीं देंगी, क्योंकि इन्हें तय करने में पीडीए का ख्याल नहीं रखा गया।
वहीं, महासचिव पद से इस्तीफा देने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य के खासमखास व तिंदवारी से पूर्व विधायक बृजेश प्रजापति ने भी मोर्चा खोल दिया है। उनका दावा है कि पीडीए समर्थक सपा के विधायक राज्यसभा प्रत्याशी आलोक रंजन और जया बच्चन को वोट नहीं देंगे। उन्होंने इस मुद्दे पर पार्टी विधायकों में फूट का भी दावा किया है। उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ बोले जाने वाले शब्दों पर सपा नेतृत्व अंकुश नहीं लगा पा रहा है।