Srikalki Festival: संपूर्ण श्रृष्टि की नाभि के समान यज्ञ, इससे होता वातावरण शुद्धि

India International Uttar Pradesh Uttarakhand टेक-नेट तीज-त्यौहार तेरी-मेरी कहानी नारी सशक्तिकरण बॉलीवुड युवा-राजनीति लाइफस्टाइल शिक्षा-जॉब

लव इंडिया, संभल। आज सुबह प्रातः श्री कल्कि धाम एचोड़ा कम्बोह 108 कुण्डीय श्री कल्कि महायज्ञ का शुभारम्भ हुआ।

मुख्य वेदी पर श्री कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम जी के साथ भोपाल से पधारे श्री नवीनानन्द जी महाराज, दतिया से पधारे महंत रामदूत दास जी महाराज श्री धाम अयोध्या से पधारे स्वामी श्री रामबालक दास त्यागी जी महाराज, संजय त्यागी , संजीव त्यागी एवं भोले शिंह त्यागी रहे।

आचार्य प्रमोद कृष्णम जी ने यज्ञ वेदी से अपने व्याख्यान में कहा कि हवन कुंडों का हम लगातार 18 वर्षों से यज्ञ कर रहे है। इस लम्बी यात्रा में अनेक ऐसे कल्कि भक्त रहे है जो कि अब दैहिक रूप से हमारे बीच उपस्थित नही है किन्तु मेरा मानना है। वो दैविक रूप से सदा हमारे साथ रहेंगे यह श्री कल्कि धाम मंदिर निर्माण को समर्पित है।

यज्ञ ब्रह्मा आचार्य केशव देव शर्मा ने कहा की यज्ञ सम्पूर्ण श्रृष्टि की नाभि के समान है यज्ञ करने से वातावरण की शुद्धि होती है एवं हमारे अन्दर सकारात्मक ऊर्जा का संचार हमारे अन्दर होता है।

श्री कल्कि महा योग के शुभारंभ के बाद दोपहर की धार्मिक परिचर्चा के बाद शाम की संध्या में मुंबई के सुप्रसिद्ध भजन गायक प्रेम प्रकाश दुबे आ रहे हैं। वह पिछले साल भी आए थे और उनके भजनों पर कल्कि भक्त झूम उठे थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *