कांग्रेस में छीना मुसलमान से सरकारी नौकरी का आरक्षण
लव इंडिया, मुरादाबाद। ऑल इंडिया पसामांदा समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष हाजी सलाउद्दीन मंसूरी ने दस अक्टूबर को पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि पूरे देश में मुसलमान की कुल आबादी का 85% मुसलमान पसमांदा है जिन्हें आजादी के बाद भी सरकारी नौकरियों में आरक्षण मिलता था जिसे तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने 10 अगस्त1950 के प्रेसिडेशियल आडर से खत्म कर दिया गया। यह आजाद भारत की एक बड़ी घटना थी जिसके बाद पसमांदा मुसलमान के हालात बद से बदतर होते गए।
पुश्तैनी कारोबार समाप्त हो गए हैं जिससे उनके सामने रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया
ऑल इंडिया पसामांदा समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष हाजी सलाउद्दीन मंसूरी ने कहा कि हालात यह है कि अभी तक पसमांदा मुसलमानो की मंसूरी अंसारी कुरेशी शाह सिद्दीकी राइनी अल्वी मलिक सलमानी लोहार सैफई हवाई धोबी भुर्जी आदि बिरादारियों की एक बड़ी आबादी पिछडी घोषित है जिन्हें इन नामो से जाना जाता है धनिया नददाफ धुना बहेना पिंजरा दुआसना अल कासना मंसूरी आदि नाम शामिल है। केंद्र और राज्य सरकारों की अपेक्षा के चलते पसमांदा समाज की जातियां कुल 82 मुस्लिम पिछड़ी जातियां मंडल कमीशन ने ओबीसी में शामिल की है। इन के पुश्तैनी कारोबार समाप्त हो गए हैं जिससे उनके सामने रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है। हमारे बच्चों की तालीम शिक्षा संभव नहीं हो पा रही है रोजगार खत्म हो गए हैं।
भारत की आजादी का इतिहास हमारे लोगों के खून से भी लिखा गया
ऑल इंडिया पसामांदा समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष हाजी सलाउद्दीन मंसूरी ने कहा कि पसमांदा मुसलमान की बदहाली की कड़वी सच्चाई का जिक्र राजेंद्र सच्चर आयोग एवं रंगनाथ मिश्र आयोग ने अपनी रिपोर्ट में किया है। भारत की आजादी का इतिहास हमारे लोगों के खून से भी लिखा गया है फिर हमारे हालात ऐसे क्यों हैं… इसकी जवाबदेही होनी चाहिए। पसमांदा समाज की हालत बदहाल है राजनेता उनकी इस बदहाली पर सिर्फ आंसू बहाते हैं उनकी बेहतरी (उन्नति) के लिए आज तक कुछ भी नहीं किया गया।
पसमांदा समाज की 82 जातियों के उत्थान के लिए चाहते हैं यह मांगे हो जाए पूरी
कहा कि 3 जुलाई 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद में पसमांदा मुसलमान के उत्थान की जो बात कही थी उसने देश के 85% आबादी वाले पसमांदा मुसलमानो में स्फूर्ति एवं जोश भर दिया है। क्योंकि अब तक की सरकारों ने पसमांदा समाज को वोट बैंक के द्वार पर इस्तेमाल किया यही कारण है कि आज देश के 85% मुसलमान की राजनीतिक और आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर है। इसलिए पसमांदा समाज 82 जातियों के लोग की राजनीतिक व आर्थिक स्थिति मजबूत करने के उद्देश्य से केंद्र और राज्य सरकार को निम्नलिखित नौ बिंदुओं पर विशेष ध्यान देगा।
*1. *उत्तर प्रदेश के साथ-साथ पूरे देश में कर्पूरी ठाकुर फार्मूला के अनुसार अन्य पिछड़े वर्ग कोटा में अति पिछड़ा वर्ग के लिए अलग से आरक्षण की व्यवस्था लागू किया जाए और पसमांदा (पिछड़े) अधिसूचित मुस्लिम जातियों को प्राथमिकता के आधार पर रखा जाए और खाली जगह में बैकलॉग के द्वारा भर्ती किया जाए।
*2. *औद्योगिक करण के चलते पसमांदा मुस्लिम समाज जिसके अंतर्गत पीतल दस्तकार/ कारीगर/ मजदूर तबके लोग भी आते हैं इनकी बेरोजगारी में इजाफा हुआ है। और भुखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं, नव उदारवादी और अंधाधुंध मशीनीकरण की नीतियों के कारण इन तबकों में बेरोजगारी बड़ी है इस संबंध में लघु उद्योग का विकास ग्रामीण /कस्बा/ नगर /महानगर स्तर पर विकसित किया जाए ताकि दस्तकारों को रोजगार मिल सके।
* 3. *अल्पसंख्यकों के विकास हेतु आवंटित बजट का 80% पसमांदा समाज के शैक्षिक सामाजिक एवं आर्थिक विकास पर खर्च किया जाए।
* 4. *पसमांदा मुसलमान के संरक्षण के लिए एस0सी0 एस0टी0 कानून की भांति कानून बनाना आवश्यक हो गया है। सरकार इस बिंदु पर विचार करें।
*5. *पसमांदा मुसलमान के कारोबार पर उचित नीतिया बनाई जानी चाहिए। उनके उत्पाद ब्रांडिंग नहीं होने के कारण एवं बाजारीकरण की दौड़ में पिछड़ गए हैं। सरकार को विशेष व्यावसायिक, तकनीकी एवं औद्योगिक प्रशिक्षण देकर इन कामगार तबके को स्किल्ड बनाना होगा। सरकारी उपेक्षा के कारण मुस्लिम वक्फ संपत्तियों पर माफिया का कब्जा होता जा रहा है। खरबों की वक्फ संपत्तियां बेकार पड़ी है। मुसलमानों को वक्फ संपत्तियों को जो खरबों रुपए की कीमत की है पसमांदा मुसलमानों को बेहतरी के लिए इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
*6. *संसाधन सीमित है इसलिए पसमांदा समाज मुसलमानों को बैंकों से आसानी से धन उपलब्ध कराया जाए कारोबार के लिए। पसमांदा मुस्लिम समाज आज भी मुफ्त राशन, आवास, और शौचालय बिना भेदभाव के मिलने के कारण बड़ी तादाद में सरकार का शुक्रगुजार है इसलिए उनके उत्थान है तो विशेष कार्य योजना बनाकर लाभान्वित किया जाना चाहिए।
*7. *पसमांदा समाज के व्यापारियों को जी0एस0टी के मामले में विशेष छूट दी जाए।
* 8. *मुरादाबाद पूरे विश्व में पीतल नगरी के नाम से भी अपनी अलग पहचान रखता है यहां के निर्यातकों को सरकार द्वारा 7% फॉक्स मिलता था जिसे घटकर मात्र एक प्रतिशत कर दिया गया है हमारे भारत सरकार से मांग है की फोकस 7% किया जाए जिससे निर्यातकों की आर्थिक स्थिति बेहतर हो सके और वह छंटनी किए गए कर्मचारियों को पूर्ण रख सके। फार्मो में दोबारा काम मिलने पर पसमांदा समाज के कारीगरों के जीवन यापन में आसानी होगी।
*9. *आने वाले लोकसभा चुनाव में जो पार्टियों पसमांदा समाज के पिछड़े पुरुष एवं महिलाओं को राजनीतिक हिस्सेदारी देंगे, उनका चुनाव में पूर्ण सहयोग किया जाएगा।
सपा के वरिष्ठ नेता रहे हैं हाजी सलाउद्दीन
मालूम हो कि ऑल इंडिया पसमांदा समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष हाजी सलाहउद्दीन मंसूरी कुछ माह पहले तक समाजवादी पार्टी में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं। साथ ही, यूपी एग्रो इंडस्ट्रीज कॉरपोरेशन लि.(उत्तर प्रदेश सरकार) के निदेशक भी रह चुके हैं। हमेशा अखबार और टीवी चैनलों पर सुर्खियों में रहने वाले हाजी सलाउद्दीन मंसूरी को पिछले चुनाव में विवादों के चलते समाजवादी पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया था।
हाजी सलाहउद्दीन मंसूरी* *राष्ट्रीय अध्यक्ष* *ऑल इंडिया पसमांदा समाज* *पूर्व निदेशक यू0पी0 एग्रो इंडस्ट्रीज* *कॉरपोरेशन लि0, उत्तर प्रदेश सरकार*।