MDA की नई योजना से गांवों की भी बढ़ेगी चमक, किसानों को मिलेंगे जमीन के चार गुने तक दाम
यह होगा खास
• केवल आपसी सहमति से ख़रीदी जाएगी टाउनशिप हेतु भूमि
• नोएडा/ ग्रेटर नोएडा की तर्ज़ पर किसान होंगे समृद्ध
• शहरवासियों के सस्ते आशियाने का सपना होगा साकार
• वर्षों से उपेक्षित ग्रामीण क्षेत्र का होगा कायापलट- 200 फीट तक चौड़े मार्गों, झील पर पर्यटन स्थलों, बड़े पार्कों, उद्यानों व वाटिकाओं का होगा विकास। शहर को मिलेगा साबरमती जैसा रिवरफ़्रंट
• गुजरात के विशेषज्ञ करेंगे विकास की प्लानिंग
• किसानों, शिक्षकों, चिकित्सकों, शिल्पकारों, उद्यमियों, पत्रकारों, अधिवक्ताओं, बैंकरों व जनप्रतिनिधियों समेत सभी आय वर्ग के लिये बनेंगी पृथक-पृथक योजनाएँ
• सुनियोजित विकास से उद्योग धंधों व आजीविका के साधनों को मिलेगा बढ़ावा, मिलेगा हर हुनरमंद को काम
उमेश लव, लव इंडिया, मुरादाबाद। मुरादाबाद विकास प्राधिकरण की बहुचर्चित नवीन टाउनशिप योजना के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए एमडीए उपाध्यक्ष शैलेष कुमार द्वारा योजना के विशेष पहलुओं को जन जन तक पहुँचाने की बात कही। लगभग 1250 हेक्टेयर में प्रस्तावित इस योजना से भविष्य में मुरादाबाद शहर एक आधुनिक सुविधासंपन्न नगर के रूप में जाना जाएगा। अच्छी रिहायशी लोकलिटी, व्यावसायिक ज़रूरतें, शॉपिंग आदि के लिए प्रायः इस क्षेत्र के लोग दिल्ली मुंबई की यात्रा करते हैं। ऐसे में रोज़गार सहित समस्त सुविधाओं के मुरादाबाद में ही विकसित हो जाने से लोगों को बाहर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
सुनियोजित विकास से उद्योग धंधों व आजीविका के साधनों को मिलेगा बढ़ावा, मिलेगा हर हुनरमंद को काम
उल्लेखनीय है मुरादाबाद शहर उत्तराखण्ड के मुहाने पर स्थित है, बिजनौर-संभल-अमरोहा-रामपुर आदि ज़िलों के निवासी अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए मुरादाबाद का रूख करते हैं। नया शहर विकसित होने से इस क्षेत्र में मुरादाबाद एक बड़े हब के रूप में उभर सकता है। रोज़गार, मेडिकल सुविधाओं, शिक्षा, उद्योग धंधे व व्यावसायिक क्षेत्र में उन्नति का सीधा लाभ मुरादाबाद व इससे जुड़े ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को मिलेगा।
प्रस्तावित क्षेत्र में अवैध कॉलोनियों के विस्तार पर भी प्राधिकरण की कड़ी नज़र है। कहीं न कहीं एमडीए की टाउनशिप का विरोध ऐसे कॉलोनाइज़रों के द्वारा ही प्रायोजित किये जाने के प्रमाण मिल रहे हैं। ऐसे प्रॉपर्टी डीलरों और भूमाफ़ियों के विरूद्ध एमडीए शीघ्र की कार्रवाई की कमर कस चुका है।
केवल आपसी सहमति से ख़रीदी जाएगी टाउनशिप हेतु भूमि
सरकार के नियमों के अनुसार इस क्षेत्र के किसानों और भूस्वामियों की उनकी भूमि का मूल्य नगर निगम सीमा में दो गुना तक ग्रामीण क्षेत्र में चार गुना तक मिल सकता है। ऐसे में अवैध कॉलोनाइजर जो भोले भाले किसानों से सस्ती दरों पर एग्रीमेंट कर ज़मीन हथिया लेते थे में खलबली मचनी स्वाभाविक है।
गुजरात के विशेषज्ञ करेंगे विकास की प्लानिंग
एमडीए उपाध्यक्ष शैलेष कुमार ने बताया कि नया शहर विकसित करने की योजना गुजरात स्थित प्रसिद्ध थिंकटैंक CEPT विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों द्वारा बनाये जाने पर काम शुरू हो चुका है। उपाध्यक्ष द्वारा बताया गया कि प्रदेश सरकार द्वारा चलायी जा रही मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण/ नये शहर विकास योजना तथा भारत सरकार की इनक्युबेशन सिटी योजनाओं से भी इसे जोड़ा जाएगा जिससे कि मुरादाबाद राष्ट्रीय महत्त्व के शहरों में से एक बनकर उभरे।
वर्षों से उपेक्षित ग्रामीण क्षेत्र का होगा कायापलट
एमडीए उपाध्यक्ष शैलेष कुमार ने बताया कि नये शहर में शिक्षकपुरम, चिकित्सापुरम, पत्रकारपुरम, अधिवक्तापुरम, अन्नदातापुरम, विधायकपुरम, शिल्पकारपुरम, मेडीसिटी, एजुकेशन सिटी, स्पोर्ट्स सिटी आदि की भी संकल्पना की गई है। इनके क्रियान्वयन हेतु कार्य योजना बनायी जा रही है जिसे शीघ्र ज़मीन पर उतारा जाएगा। उल्लेखनीय है कि कुल पाँच चरणों में योजना हेतु भूमि क्रय तथा चरणबद्ध विकास की योजना बनायी गई है जिसे अधिकतम पाँच वर्षों में पूर्ण किया जाएगा।
शहरवासियों के सस्ते आशियाने का सपना होगा साकार
एमडीए उपाध्यक्ष शैलेष कुमार द्वारा कई भूस्वामियों द्वारा व्यक्त की जा रही शंकाओं का समाधान करते हुए विश्वास दिलाया कि प्रत्येक दशा में सभी हितग्राहियों के हितों की रक्षा की जाएगी। बिना आपसी सहमति के किसी भी दशा में किसानों की भूमि नहीं ली जाएगी। जिन गाँवों के लोग भूमि विक्रय हेतु आगे आयेंगे उनके ग्रामों में सड़क, नली, खड़ंजा, मार्ग प्रकाश जैसे कार्य एमडीए द्वारा कराकर इन गाँवों को मुख्य मार्गों से जोड़ा जायेगा। आस पास अस्पताल, स्कूलों, बाजारों का निर्माण होने से ग्रामीणों के परिवारियों हेतु स्वास्थ्य, शिक्षा और आजीविका की सुविधाएँ सुगमता से उपलब्ध होंगी।