हावड़ा से चेन्नई जानेवाली कोरोमंडल एक्सप्रेस ओड़िशा के बालासोर में दुर्घटनाग्रस्त

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हावड़ा से चेन्नई जाने वाली कोरोमण्डल एक्सप्रेस का ओड़िशा के बालासोर मे दुर्घटनाग्रस्त हो गयी। कोरोमण्डल एक्सप्रेस मालगाड़ी पे चढ़ गई। जबरदस्त टक्कर में 50 लोगो के मृत होने की आशंका है 150 से अधिक घायल यात्री अस्पतालों में भेजे जा रहे हैं ।

हावड़ा से चेन्नई जानेवाली कोरोमण्डल एक्सप्रेस ओड़िशा के बालासोर मे दुर्घटनाग्रस्त हो गयी।कोरोमण्डल एक्सप्रेस मालगाड़ी पे चढ़ गई। जबरदस्त टक्कर में 50 लोगों के मृत होने की आशंका है 150 से अधिक घायल यात्री अस्पतालों में भेजे जा रहे हैं। इस रेल दुर्घटना के चलते मुंबई-गोवा के बीच वंदेभारत चलाने का कार्यक्रम जिसको PM हरी झंडी दिखाने वाले थे कैंसिल कर दिया गया है।

भारत के बड़े रेल हादसे

पलक झपकते ही चली गई थी जान, रोंगटे खड़े करने वाले हैं 10 साल के आंकड़े

भारत के पूर्वी तट पर स्थित ओडिशा राज्य में शुक्रवार देर शाम एक बड़ा हादसा हो गया। बालासोर जिले में बहानागा रेलवे स्टेशन के पास कोरोमंडल एक्सप्रेस के कई डिब्बे पटरी से उतर गए।हादसे में 132 लोगों के घायल होने की खबर है। मौके पर पहुंचे बचाव दल ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। हालांकि, अभी तक किसी की मौत की पुष्टि नहीं हुई है। इस हादसे भारतीय रेलवे के इतिहास की सबसे बड़ी ट्रेन दुर्घटनाओं के जख्मों को एक बार फिर हरा कर दिया है। जिस खौफनाक मंजर को याद करने पर भी रोंगटे खड़े हो जाते हैं।

भारतीय रेलवे की सबसे बड़ी ट्रेन दुर्घटना के 10 साल के रिकॉर्ड पर नजर डालें तो 482 रेल दुर्घटना में अपनी जान गवां चुके हैं। इससे ज्यादा भयानक 20 नवंबर 2016 की घटना थी। जब इंदौर-राजेंद्र नगर एक्सप्रेस कानपुर से लगभग 60 किमी (37 मील) दूर पुखरायां में 14 डिब्बे पटरी से उतरे। इसमें पलक झपकते ही 152 यात्री मौत की गोद में समा गए थे।

ये हैं 10 साल के सबसे बडे रेल हादसे…

13 जनवरी 2022- न्यू डोमोहानी रेलवे स्टेशन के पास बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतर गए। जिससे 9 लोगों की मौत हो गई।8 मई 2020 – जालना और औरंगाबाद जिलों के बीच रेल की पटरियों पर सो रहे 16 प्रवासी मजदूर एक मालगाड़ी की चपेट में आ गए।19 अक्टूबर 2018 – अमृतसर में दशहरा उत्सव देखने के लिए पटरियों पर खड़े दर्शकों की भीड़ में एक ट्रेन के घुस जाने से लगभग 59 लोगों की मौत हो गई। लगभग 100 घायल हुए।19 अगस्त 2017 – उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के पास खतौली में पुरी-हरिद्वार कलिंग उत्कल एक्सप्रेस पटरी से उतरी। कम से कम 23 की मौत हो गई। लगभग 97 घायल हुए।21 जनवरी 2017 – जगदलपुर-भुवनेश्वर हीराखंड एक्सप्रेस कुनेरू, विजयनगर के पास पटरी से उतरी। जिसमें 41 की मौत हो गई और 69 घायल हुए।20 नवंबर 2016 – इंदौर-राजेंद्र नगर एक्सप्रेस कानपुर से लगभग 60 किमी (37 मील) दूर पुखरायां में 14 डिब्बे पटरी से उतरे। जिसमें 152 की मौत हो गई और 260 घायल हुए।13 फरवरी 2015 – बैंगलोर सिटी-एर्नाकुलम इंटरसिटी एक्सप्रेस बंगलौर शहरी जिले में अनेकल के पास नौ डिब्बों के पटरी से उतरे। 12 की मौत हो गई। 100 घायल हुए।2

0 मार्च 2015 – देहरादून-वाराणसी जनता एक्सप्रेस यूपी के रायबरेली में पटरी से उतर गई, जिसमें 58 की मौत हो गई और 150 घायल हो गए।4 अगस्त 2015 – मध्य प्रदेश में कुरावन और भिरंगी स्टेशनों के बीच कामायनी एक्सप्रेस और जनता एक्सप्रेस के पटरी से उतर जाने पर हरदा जुड़वां ट्रेन पटरी से उतर गई। जिसमें कम से कम 31 लोगों की मौत हो गई और 100 घायल हो गए।26 मई 2014 – 12556 गोरखधाम एक्सप्रेस यूपी के खलीलाबाद स्टेशन के पास एक स्थिर मालगाड़ी से टकराई। जिसमें 25 लोगों की मौत हो गई और 50 से ज्यादा घायल हुए।

23 जुलाई 2014 – नांदेड़-सिकंदराबाद पैसेंजर ट्रेन मेडक जिले के मसाईपेट गांव में एक मानव रहित लेवल-क्रॉसिंग पर एक स्कूल बस से टकरा गई। जिसमें 20 की मौत हो गई।19 अगस्त 2013 – पटना राज्यरानी सुपरफास्ट एक्सप्रेस बिहार के धमारा स्टेशन पर दूसरी ट्रेन से उतर रहे यात्रियों पर चढ़ गई। जिसमें 35 की मौत हो गई।28 दिसंबर 2013 – हजूर साहिब नांदेड़ एक्सप्रेस में आंध्र प्रदेश के कोथा चेरुवु के पास आग लग गई थी। जिसमें 26 लोगों की मौत हुई थी। 12 घायल हुए थे।

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