भक्तों को शिष्टाचार का पाठ पढ़ाया सुधांशु जी महाराज ने

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मुरादाबाद में सत्संग के दूसरे दिन सुधांशु जी महाराज ने शिष्टाचार का पाठ पढ़ाया। शुक्रवार को विश्व जागृति मिशन के तत्वाधान में पीली कोठी चौराहा स्थित सत्संग स्थल में चल रहे विश्व विख्यात संत परम पूज्य आचार्य श्री सुधांशु जी महाराज के विराट भक्ति सत्संग में भक्तों को शिष्टाचार का पाठ पढ़ाते हुए 84 लाख योनि के बाद प्राप्त मानव योनि की विशेषता बताते हुए कहा कि सबसे बड़ा रिश्ता भगवान का है। इसलिए सुबह उठते ही सबसे पहले भगवान का नाम लें, अपने जीवन में आनंद की तलाश करें, अच्छे कर्म करें, बड़े छोटों का मान सम्मान करें, अच्छे कर्म से ही चेहरे पर रौनक रहती है।

World famous Saint Param Pujya Acharya Shri Sudhanshu Ji Maharaj, while teaching manners lessons to the devotees at the Satsang venue located at Pili Kothi Square under the aegis of Vishwa Jagruti Mission, told the specialty of human vagina obtained after 84 lakh births. That the biggest relationship is with God.

सत्संग में कीर्तन मंडली संग साज पर संवाद लेते हुए भजन गाया। श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी-हे नाथ नारायण वासुदेवा, महाराज जी ने कहा कि दबाव तनाव की दुनिया से दूर रहें, इस दौरान मां की महिमा का गुणगान किया। ओमसंस परिवार की ओर से मुख्य यजमान महेश चंद्र अग्रवाल की विशेष उपस्थिति रही।

इस मौके पर आचार्य अजय कांत मिश्रा, पुरोहित विशेष शुक्ला, राजीव अग्रवाल, पंकज माथुर, प्रधान राकेश अग्रवाल, प्रवीण अग्रवाल, शोभा अग्रवाल, गीता अग्रवाल, रचित अग्रवाल, आरके गंगवार, राजीव गुलाटी, अतुल जोहरी आदि अनुयाई उपस्थित रहे।

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