वैदिक गणित दुनिया के लिए अनमोल उपहार : डॉ. मनोज

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लव इंडिया, मुरादाबाद। उत्तराखंड के गुरूकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय, हरिद्वार के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. मनोज कुमार ने बतौर मुख्य अतिथि कहा, जिस तरह मोर में शिखर और नाग में मणि का स्थान सर्वोपरि है, उसी प्रकार वेदों में गणित का सर्वोच्च स्थान है। उन्होंने बताया कि वैदिक गणित इस संसार के लिए अनमोल उपहार सरीखा है। यह भारत की प्राचीन सभ्यता की देन है। इससे पूर्व राष्ट्रीय गणित दिवस का शुभारम्भ मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित किया गया। इस मौके पर चीफ गेस्ट के संग – संग गणित विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अजीत कुमार आदि की उल्लेखनीय मौजूदगी रही।

राष्ट्रीय गणित दिवस पर हुई प्रतियोगिता में एमएससी के स्टुडेंट्स प्रेरणा सैनी और अनिकेत गुप्ता के अलावा बीएससी के रूकैया बेग टॉपर्स रहे,जबकि भाषण प्रतियोगिता में बीएससी ,आनर्स – प्रथम वर्ष अभिलाषा सक्सैना फर्स्ट, फार्मा-डी प्रथम वर्ष के आदर्श केसरी – सेकेंड के अलावा एमएससी गणित प्रथम ईयर अराइस ख़ान को थर्ड स्थान मिला।डॉ. कुमार ने बताया कि 19वीं शताब्दी के प्रारम्भ में वैदिक गणित में 16 सूत्र और 120 शब्दों का प्रावधान था।

उन्होंने महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के जीवन पर भीं प्रकाश डाला। बोले, 1729 को श्रीनिवास रामानुजन् का जन्म एक बहुत गरीब परिवार में हुआ था। तीन साल तक वह बोल नहीं पाए थे। उन्होंने रामानुजन की एक कहानी भी स्टुडेंट्स के संग साझा की। गणित विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अजीत कुमार ने अपने भाषण में अतिथियों का अभिनन्दन करते हुए गणित की उपयोगिता बताई। बीएससी (आनर्स) गणित प्रथम वर्ष के स्टुडेंट्स ने ग्रुप नृत्य किया तो छात्रा मुस्कान ने अपने भाषण में श्रीनिवास रामानुजन से गणित का सम्बन्ध के बारे में बताया।

अराइस खान ने पीपीटी के जरिए रामानुजन की गणित में उपलब्धियों को प्रस्तुत किया। आदर्श केसरी ने बताया कि जीवन का अन्तिम सत्य शून्य है। बीटेक सीएस प्रथम वर्श के संयम जैन ने क्रिप्टोग्राफी की एप्लीकेशन को वर्णित किया। बीएससी और एमएससी गणित फर्स्ट ईयर के छात्रों ने नाटक के जरिए दैनिक जीवन में गणित की उपयोगिता बताई। रूबिक क्यूब के अलावा क्विज हुई, जिसमें 78 विद्यार्थियों ने ऑनलाइन भाग लिया। ये स्टुडेंट्स अलग-अलग कोर्स एवं अलग-अलग स्ट्रीम से थे।

कार्यक्रम में डॉ.अभिनव सक्सैना, डॉ. कामेश कुमार ,डॉ. अशोक कुमार, डॉ. आलोक गहलोत, श्री विजेन्द्र सिंह रावत, श्री प्रशान्त कुमार, डॉ.अजय कुमार उपाध्याय, डॉ.अमित कुमार शर्मा, डॉ. वरूण कुमार सिंह, डॉ.बीके पीपरसिनिया, श्री अमित कुमार, श्री आशीष, मि. निशा सहल, मि. नितिका गर्ग, मि. ख्याति, मि. छवि, मि. पुनीत, मि. राशि आर्य , श्री राजेश कुमार आदि उपस्थित रहें। अंत में डॉ. विपिन कुमार के वोट ऑफ थैक्स से दिया। संचालन एमएससी गणित प्रथम वर्ष के छात्र प्रीतवीर सिंह एवं प्रेरणा सैनी ने किया।

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